Makhannagar : नगर में जहां जन आर्शीवाद यात्रा को जनता का भरपूर समर्थन मिला और लोगों ने यात्रा में अपनी उपस्थिति भी दर्ज करा कार्यक्रम को सराहना की। वही नगर कार्यक्रम में स्थानीय नेता एवं अधिकारियोंं ने पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होने जन आर्शीवाद कार्यक्रम की व्यवस्था के लिए लाखों खर्च किए लेकिन बिजली का अस्थाई कनेक्शन लेना भी उचित नहीं समझा।अभी कुछ दिन पहले शांति समिति की बैठक में अधिकारियों ने गणेश समितियों को अस्थाई बिजली कनेक्शन लेने की बात कही वही इस जन आर्शीवाद यात्रा कार्यक्रम के लिए अस्थाई बिजली का कनेक्शन लेना उचित नही समझा। यह अपने आप में एक सवाल है। चोरी की बिजली से पूरा पंडाल सजा कर मजमा जमा लिया। वही जब इस संबंध बात करनी चाही तो कन्नी काटते नजर आए।
एक वर्ष पूर्व भी एक कार्यक्रम में बिजली चोरी कर थू थू हुई थी।
एक वर्ष पूर्व 27 अगस्त 2022 को नगर परिषद के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में भी बिजली का कनेक्शन नही लिया गया था और चोरी की बिजली से कार्यक्रम संपन्न हुआ था। उस समय भी बिजली विभाग न तो आयोजक संस्था और न ही माधव टेंट हाउस के टेंट संचालक पर कोई कार्यवाही करना उचित नही समझा। इसबार आयोजक संस्था तो बदल गई बल्कि टेंट सेवा माधव टेंट हाउस की रही।जब जिम्मेदारों को ही कोई चिंता नहीं इसलिए चोरी की बिजली का उपयोग करने से माधव टेंट हॉउस को भी कोई गुरहेज नहीं है। अगर कोई आम नागरिक होता तो उस पर प्रकरण बनाने में विभाग देर नही करता।
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सिर्फ कार्यवाही का आश्वासन
जब बिजली विभाग के जेई राकेश चौरे से बात की गई तो उन्होने बताया कि कार्यक्रम के लिए कोई अस्थाई कनेक्शन नही लिया गया। अगर बिजली चोरी की गई तो धारा 135 की कार्यवाही की जावेगी।
क्या है धारा 135?
धारा 135 तहत यदि किसी पर कार्रवाई होती है तो इस तरह बिजली चोरी के मामले में पहले बार आरोपी पर जुर्माना लगाया जाता है कोई दूसरी बार गिरफ्तार कर 6 से 8 गुना जुर्माना वसूल किया जाता है। साथ ही तीन साल की सजा का प्रावधान है। अब देखना यह है कि विभाग ने कार्रवाई करने को कहा है लेकिन संबंधित पर कोई कार्रवाई होती हैे कि नही।