मातमी धुन के साथ निकला जुलूस।
शाजापुर में मोहर्रम के अवसर पर अलम का जुलूस निकाला गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए। जुलूस के दौरान अखाड़े के उस्तादों ने हैरतंगेज करतब दिखाए और जगह-जगह सबिल लगाकर शहीदे करबला के नाम पर दूध और शरबत पिलाया गया। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष इंतजाम किए और जुलूस प्रारंभ होने से लेकर समापन तक समाज के लोगों के साथ डटे रहे।
यह जुलूस मोहर्रम महीने की आठवीं तारीख के दिन निकाला जाता है और मुस्लिम समुदाय के लोगों के अलावा अन्य समुदाय के लोग भी इसमें शामिल होते हैं। जुलूस के दौरान मुस्लिम समाज के लोग आका हुसैन की याद में डूबे हुए चलते हैं और इस अवसर पर विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं। इस जुलूस का महत्व मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत अधिक है और यह उनके धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।