सीमा हैदर मामले में अब बिहार पुलिस की एंट्री, घुसपैठ पर एडीजी गंगवार ने किया बड़ा खुलासा

पाकिस्तानी सीमा हैदर के भारत में नेपाल बॉर्डर से घुसपैठ करने के मामले में बिहार पुलिस का बड़ा बयान सामने आया है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर पूरी चौकसी है. दोनों देशों में आपसी समन्वय बना कर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है. सीमा हैदर के बिहार के रास्ते प्रवेश किये जाने की कोई सूचना नहीं है. यह दूसरे राज्य का मामला है. उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में कई विदेशी नागरिकों को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

सीमा हैदर का सीतामढ़ी के रास्ते भारत में प्रवेश का किया गया था दावा

वहीं इससे पहले दावा किया गया था कि भारत-नेपाल सीमा के सीतामढ़ी सेक्टर से सीमा हैदर व सचिन मीणा ने भारत में प्रवेश किया था. लेकिन बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय ने पत्रकरों के सवाल का जावब देते हुए इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सीमा हैदर ने किसी और राज्य से भारत में प्रवेश किया होगा.

दूसरे देश के नागरिक बॉर्डर पर करते हैं तो पुलिस देती है जानकारी

बता दें कि भारत नेपाल बॉर्डर पर अगर किसी दूसरे देश का नागरिक सीमा पार कर इधर से उधर या उधर से इधर आता जाता है, तो दोनों देशों की पुलिस द्वारा एक दूसरे को इस बात की जानकारी दी जाती है. लेकिन सीमा हैदर के मामले में नेपाल की पुलिस द्वारा बिहार पुलिस को ऐसी कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है.

एटीएस ने सीमा व सचिन से दो दिन तक की पूछताछ

मामले में आईबी के इनपुट के बाद उत्तर प्रदेश की एटीएस ने सीमा हैदर, सचिन मीणा और सचिन के पिता नेत्रपाल से दो दिन तक पूछताछ की है. मामले में सीमा का कहना है कि कुछ भी हो जाए वो पाकिस्तान नहीं लौटे गई अगर वह लौटी तो उसकी हत्या कर दी जाएगी. सीमा ने पकिस्तान की जासूस होने की बात को पूरी तरह से नयकर दिया है. उसका कहना है कि वो सचिन के प्यार में अपने बच्चों को लेकर पाकिस्तान से बिहार आई है. सीमा कहती है कि उसके सचिन और उसके बच्चों के साथ उसे कहीं भी भेज दिया जाए पर वो पाकिस्तान नहीं जाएगी.

पुलिस के पास जमा है सीमा का पासपोर्ट

सीमा फिलहाल सशर्त जमानत पर है. वह सचिन के घर को छोड़कर कहीं और नहीं जा सकती है. उसका और बच्चों का पासपोर्ट यूपी पुलिस के पास है. बताया जा रहा है कि यूपी एटीएस अपनी पूरी जांच रिपोर्ट लखनऊ पुलिस मुख्यालय को भेजेगी. इसके बाद वह इसे दिल्ली में गृह मंत्रालय को भेजेंगे. इस रिपोर्ट के आधार पर सीमा का भारत में भविष्य तय होगा.

चार जुलाई को हुआ था मामले का खुलासा

बता दें कि चार जुलाई को सीमा हैदर को अवैध रूप से भारत में प्रवेश और बिना वीजा के रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. सीमा मई महीने से ग्रेटर नोएडा में एक किराये के मकान में सचिन के साथ रह रही थी. हालांकि, इस मामले में अब बिहार पुलिस ने साफ कर दिया है कि सीमा ने भारत में बिहार बॉर्डर से प्रवेश नहीं किया था.

कौन है सीमा हैदर

सीमा हैदर पाकिस्तान के सिंध प्रांत की रहने वाली है, जो 2014 में शादी के बाद कराची में रह रही थी. सीमा और सचिन 2019 में ऑलनाइन वीडियो गेम पबजी के माध्यम से एक-दूसरे के संपर्क में आए थे. उसके बाद सीमा ने नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया और अपने प्रेमी सचिन के साथ नोएडा पहुंच गयी. इस साल मार्च में सचिन और सीमा नेपाल के काठमांडू में मिले, जहां वे सात दिनों तक साथ रहे और गुपचुप तरीके से शादी कर ली. इसके बाद सीमा वापस पाकिस्तान चली गई और सचिन भारत लौट आया. पुलिस के अनुसार, अपने पति के साथ अनबन का दावा करने वाली सीमा ने कराची स्थित घर वापस पहुंचकर 12 लाख पाकिस्तानी रुपये में एक प्लॉट बेचा और खुद और अपने बच्चों के लिए नेपाल के लिए वीजा और विमान के टिकट की व्यवस्था की. सीमा उसके बाद अपने प्रेमी से शादी करने के लिए भारत आ गयी. सीमा पहले से शादीशुदा है और चार बच्चों की मां भी है.

सीमा हैदर की घटना के बाद बिहार-नेपाल सीमा पर अलर्ट

सीमा हैदर के नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की घटना के बाद भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है. किसी तरह की गुप्त सूचना मिलने के आलोक पर ही सीमा से सटने वाले स्थानीय थाना और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाबलों के जवान को भी चौकन्ना रहने का निर्देश दिया गया है. मालूम हो कि, सोशल मीडिया पर सीमा हैदर के नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने का मामला सुर्खियों में आने के बाद इंडो-नेपाल बॉर्डर के कई इलाकों में भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने के साथ जांच पड़ताल तेज कर दिया गया है.

ह्यूमन ट्रैफिकिंग के लिए आसान है नेपाल बॉर्डर

ह्यूमन ट्रैफिकिंग में शामिल कराने के लिए कई गरीब देश की लड़कियों को इंडो-नेपाल बॉर्डर के रास्ते ही भारतीय क्षेत्रों में प्रवेश कराया जाता रहा है. नेपाल बॉर्डर पर जिस तरह से प्रतिदिन रात गहरी होती जाती है. उसी तरह से नो मैंस लैंड एरिया के आसपास तस्करों का जमावड़ा शुरू हो जाता है. नो मैंस लैंड एरिया के आसपास ड्यूटी पर तैनात एसएसबी के जवानों तस्कर के बीच नोकझोंक होती रहती है. यह उनके लिए आसान रास्ता होता है.

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!