खड़गे ने कहा कि संविधान है, तो आरक्षण है। संविधान है, तो मौलिक अधिकार मिलेंगे। संविधान नहीं है, तो कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब तक हम मोदी को नहीं हटाएंगे, मोदी की विचारधारा को नहीं हटाएंगे, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आएगी।

खड़गे ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी लोकतंत्र नहीं चाहते। वह तानाशाही के विचार वाले हैं।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री और बीजेपी के कुछ अन्य नेताओं से एक कार्यक्रम में मुलाकात का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मुझसे जेपी नड्डा जी ने पूछा कि आपका चुनाव प्रचार कब से शुरू हो रहा है, सूची जारी कब कर रहे हैं? मैंने कहा कि चुनाव निष्पक्ष नहीं हो रहे, क्योंकि हमारे खाते से पैसे चोरी हो गए हैं।’’
खड़गे ने दावा किया कि कांग्रेस के बैंक खातों को ‘फ्रीज’ किया गया, ताकि वह चुनाव नहीं लड़ सके। उन्होंने लोगों का आह्वान किया, ‘‘जब तक हम मोदी को नहीं हटाएंगे, मोदी की विचारधारा को नहीं हटाएंगे, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि संविधान है, तो आरक्षण है। संविधान है, तो मौलिक अधिकार मिलेंगे। संविधान नहीं है, तो कुछ नहीं मिलेगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि संविधान बचाने और लोकसभा चुनाव में जीत के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना है।
खड़गे ने दावा किया, ‘‘बीजेपी और आरएसएस जहर की तरह है। अगर आप इसको चाटकर देखेंगे तो भी मरेंगे, पीएंगे तो भी मरेंगे।’’ उन्होंने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए सबको एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी जैसी पार्टी संविधान बनाती, तो महिलाओं को मतदान का अधिकार नहीं मिलता। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने की पत्नी कल्पना सोरेने के प्रति समर्थन भी जताया।