शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार: तीन मंत्रियों ने ली शपथ, चुनावी समीकरण साधने में जुटी बीजेपी

Bhopal :  शिवराज मंत्रिमंडल में 3 चेहरों ने शपथ ली। विंध्य से राजेंद्र शुक्ला, महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन और बुंदेलखंड से राहुल लोधी को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। तीनों को राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने राजभवन में शपथ दिलाई। नए मंत्रियों में सबसे पहले महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन, विंध्य से राजेंद्र शुक्ला और बुंदेलखंड से राहुल लोधी ने शपथ ली। राजेंद्र शुक्ला और गौरीशंकर बिसेन कैबिनेट मंत्री बने। राहुल सिंह लोधी को राज्य मंत्री का दर्जा मिला है। शिवराज कैबिनेट में अब 33 मंत्री हो गए हैं। 1 पद अब भी खाली है।

शिवराज ने पत्रकारों के सवाल को टाला था

मंत्रिमंडल विस्तार के लिए शुक्रवार देर रात CM शिवराज ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल मंगु भाई पटेल से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक चर्चा हुई। इससे पहले शुक्रवार शाम को जबलपुर में जब मुख्यमंत्री से ये पूछा गया कि रात 8 बजे मंत्रियों के शपथ ग्रहण की बात चल रही है, कौन-कौन शपथ ले रहे हैं? इस पर उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया था- मैं भी आपसे ही सुन रहा हूं।

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने साधा निशाना

मंत्रिमंडल विस्तार पर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ‘ये मंत्रिमंडल नहीं, भ्रष्टाचार की मित्रमंडली का विस्तार है।’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘जब कार्यकाल हो रहा है समाप्त और गिरने वाली है सरकार, तब मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल का हो रहा है विस्तार। विदाई के समय स्वागत गीत गाने वाली भाजपा सरकार अब विस्तार क्या, पूरा मंत्रिमंडल भी बदल दे तो भी हार निश्चित है।’

जानिए शपथ लेने वाले मंत्रियों के बारे में…

  1. राजेंद्र शुक्ला- राजेंद्र शुक्ला रीवा विधानसभा सीट से 4 बार के विधायक हैं। वे मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। राजेंद्र शुक्ला विंध्य में बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं। वे 2003 में पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद उनकी लगातार जीत हुई। 2018 के चुनाव में बीजेपी को विंध्य में बड़ी कामयाबी मिली थी। बीजेपी ने रीवा जिले की सभी 8 सीटों पर कब्जा जमाया था।
  2. गौरीशंकर बिसेन- गौरीशंकर बिसेन बालाघाट विधानसभा सीट से 7वीं बार के विधायक हैं। वे स्टूडेंट लाइफ में राजनीति में एक्टिव रहे। 1985, 1990, 1993 और 2003 में जीत हासिल करके विधानसभा पहुंचे। 2008 में वे मध्यप्रदेश की 13वीं विधानसभा के सदस्य बने। बिसेन, सरकार में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और सहकारिता मंत्री रह चुके हैं। उन्हें विधानसभा की कई समितियों का सदस्य और सभापति भी चुना जा चुका है। गौरीशंकर बिसेन 1998 और 2004 में लोकसभा का चुनाव भी जीत चुके हैं। 25 दिसंबर 2000 से बिसेन बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे अल्पसंख्यक मोर्चा और सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी भी रहे हैं। बिसेन 3 बार मध्यप्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष रहे।
  3. राहुल सिंह लोधी- राहुल सिंह लोधी टीकमगढ़ की खरगापुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं। राहुल लोधी को मंत्री पद देकर बीजेपी उमा भारती और उनके समर्थकों को साध सकती है। लोधी वोटर्स बीजेपी के पाले में आ सकते हैं।

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