
बुधनी में तीसरी रेल लाइन पर यात्री और गुड्स ट्रेनें दौड़ी
रेल सुरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर संरक्षण एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों ओ-लाइन संबंध उपकरण तथा सिंगलिंग आदि का निरीक्षण किया एवं उनके कार्य क्षमता को परखा। इसके बाद उन्होंने यहां से 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी है। उल्लेखनीय है कि बुधनी-बरखेड़ा घाट क्षेत्र पर 10 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड बढ़ेगी।
बैंकर इंजन लगाने की नहीं होगी जरूरत
बता दें कि बुधनी से भोपाल की ओर जाने डाउन लाइन पर ट्रेनों की अधिकतम स्पीड सिर्फ 65 किलोमीटर प्रति घंटे है, जिसे 75 करने की अनुमति मिली है। हबीबगंज-बरखेड़ा और बुधनी-इटारसी क्षेत्र में तीसरी लाइन में ट्रेनों के अधिकतम स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहेगी, जो अभी 90 से 110 के बीच है। तीसरी रेल लाइन में घाट पर चढ़ाई में बैंकर इंजन लगाने की जरूरत नहीं होगी। अभी तक भोपाल की ओर जाने वाली ट्रेनों को बुधनी में रोकना पड़ता था, लेकिन तीसरी रेलवे लाइन के कारण समांतर ट्रेन चलाई जा सकेंगी।
चढ़ाई पर नहीं लगाना पड़ेग डबल इंजन
इसी तरह पुरानी रेल लाइन पर घाट में घोड़े की नाल की आकार का ट्रैक था। चढ़ाई में डबल इंजन लगाना पड़ता था। नया ट्रैक एस आकार का है जिसमें दो डिग्री घुमाओ कम हो गया है। इससे डबल इंजन नहीं लगाना पड़ेगा। बुधनी बरखेड़ा घाट क्षेत्र में रातापानी वाइड लाइफ सेंचुरी होने कारण निर्माण में वाइड लाइफ बोर्ड की सख्त शर्तों का पालन किया गया है। यह क्षेत्र इको सेंसेटिव जोन में आता है इसलिए वन्यजीवों की सुरक्षा का ध्यान रखा गया है।
बुधनी-बरखेड़ा लाइन पर हैं 13 पुल और 7 सुरंग
इस लाइन पर 13 प्रमुख पुल, 49 लघु पुल एवं 7 सुरंगे है। पांच सुरंग में तीन डबल ट्रैक वाली है, जबकि दो सुरंगे तीन ट्रैक वाली है। तीन ट्रैक वाली यह राज्य की पहली टनल है। इसमें थर्ड लाइन का मिडिल ट्रैक मल्टी परपज है। यानी अप डाउन दोनों तरफ की ट्रेनों के काम आएगा। यह रेलवे ट्रैफिक कंट्रोल के ऊपर है कि इस ट्रैक का उपयोग कैसे और कब कर ले।