कोरोना जांच करते हुए
सीहोर में आठ महीने बाद कोरोना ने फिर दस्तक दे दी है। मंगलवार को एक महिला कोरोना पॉजीटिव पाई गई है। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। इस बीच सात संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भोपाल एम्स भेजे गए हैं। इससे पहले दो दिन पूर्व चार सैंपल भेजे गए थे, जिसमें से एक की रिपोर्ट आज पॉजिटिव प्राप्त हुई है।
वैश्विक महामारी कोरोना फिर से रिटर्न होकर आ गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एक महिला मरीज की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को पॉजिटिव मिली है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला की रिपोर्ट पॉजीटिव मिलने पर उसे क्वॉरेंटाइन किया गया है। पॉजिटिव युवती के संपर्क वाले संबंधित व्यक्तियों के सैंपल लिए गए हैं। आज सात सैंपल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भोपाल भेजे गए हैं।
उल्लेखनीय है कि सीहोर में इससे पहले आखिरी बार कोरोना का मरीज दो में 2023 को मिला था। अब आठ महीने बाद फिर से कोरोना की दस्तक हो गई है। इसके बाद से कोरोना नामक बीमारी से सीहोर जिला आठ महीने तक मुक्त रहा, लेकिन अब नए साल के दूसरे दिन सीहोर जिले में कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी है। साधारण सर्दी जुकाम वाले रोगी भी कोविड-19 के लक्षण के साथ ओपीडी में उपस्थित हो सकते हैं।
कोविड-19 के बचाव के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने जानकारी दी कि मौसमी बीमारियों के दृष्टिगत साधारण सर्दी जुकाम वाले रोगी भी कोविड-19 के लक्षण के साथ ओपीडी में उपस्थित हो सकते हैं। संदिग्ध व्यक्ति आईएलआई लक्षण वाले जिन्होंने पिछले 14 दिनों में विदेश यात्रा की हो, जो प्रयोगशाला द्वारा पुष्टि किए गए केस के संपर्क में आए हो। समस्त संदिग्ध व्यक्ति जो हॉट स्पाट अथवा कन्टेंमेंट जोन के निवासी हो समस्त अस्पताल में भर्ती मरीज जिनमें आईएलआई के लक्षण प्रकट हुए हो उन सभी को अपना आटीपीसीआर टेस्ट अवश्य कराना चाहिए।
अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी निर्देशों में कहा कि प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा कोविड-19 रोगी की क्लीनिकल स्थिति का आंकलित कर ऑक्सीजन की आवश्यकता, ऑक्सीजन की फलोदर तथा यथोचित सैचुरेशन नियंत्रित कर आक्सीजन थेरेपी का तर्कसंगत उपयोग सुनिश्चित किया जाए। अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता तथा अस्पतालों की क्षमता के अवलोकन के लिए नियमित रूप से ड्रॉयरन का आयोजन, सभी गंभीर रूप से संक्रमित पाए व्यक्तियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित की जाए। पर्याप्त वेंटेलेशन एवं मास्क का उपयोग सुनिश्चित किया जाए। ऐसे क्षेत्र जहां कोविड के ज्यादा प्रकरण आ रहे हो, वहां सर्विलेंस गतिविधियों पुन: प्रारंभ की जाएं। आगामी उत्सवों की तैयारियों के लिए आवश्यक है कि कार्यक्रम आयोजकों द्वारा भीड़ का उचिव प्रबंधन किया जाए।