Denvapost exclusive :मध्यप्रदेश में फोर्टीफाईड चावल को लेकर पहले से ही ‘जंग’ छिड़ी है। अब ग्राम आंचलखेड़ा में ग्रामीणों ने सोसायटी से चावल लेने मना कर दिया है। उनका कहना है चावल में ‘प्लास्टिक’ मिला चावल आ रहा है वही उसका वीडियों कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर खूव वायरल हो रहा है। जिसे लेकर अधिकारी सख्ते मे आ गए। आखिर यह ‘प्लास्टिक’ जैसा दिखने वाला चावल है क्या? इसे लेकर देनवापोस्ट ने खाद्य विभाग के अफसरों से बात कर सच्चाई जानी। अफसरों का कहना है कि जिसे प्लास्टिक राइस बताया जा रहा है, वह असल में फोर्टिफाइड राइस है, जिसमें जरूरी पोषक तत्व, जो किसी भी इंसान की ग्रोथ के लिए जरूरी है।
फुड इंस्पेक्टर मीनाक्षी दुबे ने बताया कि प्लास्टिक का चावल पूरी तरह से अफवाह है। शासन द्वारा जिले में फोर्टिफाइड चावल का वितरण उपभोक्ताओं को किया जा रहा है। इसमें एनीमिया जैसी कई बीमारियों की रक्षा के लिए जरूरी पोषक तत्व हैं। जिसमें बी-12, आयरन आदि शामिल हैं। गुणवत्ता का परीक्षण पहले ही करा लिया जाता है। उचित मूल्य की दुकानों से सैंपल लेकर जांच भी समय समय पर करवाते हैं। किसी भी उपभोक्ता से अब तक चावल को लेकर कोई शिकायत नहीं है। इसका स्वाद भी बेहतर है और पकने पर भी दिक्कत नहीं है। प्लास्टिक जैसी कोई बात नहीं है। फिर भी माखन नगर तहसीलदार और मै स्वयं आंचलखेड़ा पीडीएस दुकान से सेंपल लेकर जांच करवाती हूं।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने भी यह मामला उठाया था।
पूर्व मंत्री और भोपाल से विधायक पीसी शर्मा ने 16 फरवरी को सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। शर्मा ने कहा कि सरकारी राशन की दुकानों पर गरीबों को प्लास्टिक वाला चावल बांटा जा रहा है। पीसी शर्मा ने प्लास्टिक के चावल भी मीडिया को दिखाए। शर्मा ने कहा- राशन की दुकानों पर प्लास्टिक का चावल दिया जा रहा है। जिन लोगों को ये चावल दुकानों से दिए गए, उन्हीं लोगों ने मुझे ये चावल दिए हैं। सरकार गरीब कल्याण की बात करती है और गरीबों के घरों में प्लास्टिक का चावल मिक्स करके दिया जा रहा है।
अब जानते हैं यह फोर्टिफाइड राइस आखिर है क्या?
फोर्टिफाइड राइस का मतलब है पोषणयुक्त चावल। इसमें आयरन, विटामिन B-12, फॉलिक एसिड जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा की वजह से फोर्टिफाइड राइस की न्यूट्रीशनल वैल्यू भी काफी ज्यादा होती है, यानी इस चावल का सेवन करने वाले लोग कुपोषण का शिकार नहीं होते।
कैसे तैयार होता है फोर्टिफाइड चावल
जानकारों की मानें तो फोर्टिफाइड राइस में जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व, विटामिन और खनिज की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है, जिस तरह साधारण समुद्री नमक में आयोडीन मिलाकर उसे आयोडाइज्ड बनाया जाता है, इसी प्रकार चावल को फोर्टिफाइड बनाना भी इसी तरह की एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में चावल की पोषण गुणवत्ता में सुधार लाया जाता है। चावल का फोर्टिफिकेशन, चावल में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने और चावल की पोषण गुणवत्ता में सुधार करने का बेहतरीन तरीका है। यह सर्टिफाइड राइस मिलों में ही तैयार हो रहा है।
अफसरों के अनुसार- ये हैं फोर्टिफाइड राइस के फायदे
- फोर्टिफिकेशन की प्रक्रिया के जरिये कम से कम जोखिम के साथ लोगों में कुपोषण को दूर कर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा दी जा सकती है।
- यह चावल लोगों के खाने के साथ-साथ दवा की तरह भी काम कर सकता है।
- इस चावल का सेवन करने से कुपोषण की समस्या दूर करने में मदद मिलती है।
- इस तरह के चावल में पाए जाने वाले आयरन, जिंक, फोलिक एसिड, विटामिन-ए, विटामिन-बी आदि शरीर की न्यूट्रीशनल वैल्यू बढ़ा देते हैं।
- इसका सेवन करने से खासकर बच्चों और महिलाओं के स्वस्थ विकास में खूब मदद मिलती है।
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