अनदेखी: पंचायतों के जिम्मेदारों की अनदेखी से बन रहे हालातगांवों में लगा रहता है गंदगी का अंबार, ग्रामीण हो रहे परेशान
कचरे में दबा स्वच्छता भारत अभियान
पंचायतों की लापरवाही और उदासीनता के कारण ग्रामीण गंदगी के बीच रह रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत द्वारा साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नियमित रूप से गांवों में सफाई नहीं होती। ऐसे में ग्रामीण को खुद ही सड़क और गलियों की सफाई करना पड़ता है। राहुल चौहान ने बताया कि गांव में एकत्रित कचरे का भी निपाटन पंचायत द्वारा नहीं कराया जा रहा है। जिससे इकठ्ठा कचरा हवा से फैल जाता है। कचरा घर नहीं होने से कचरा फेंकने में परेशानी उठानी पड़ रही है। नालियों की सफाई भी नहीं कराई जाती। गंदगी के कारण मच्छर पनप रहे हैं और हमेशा संक्रमित बीमारियां फैलने का डर बना रहता है।
ग्रामीणों को प्रेरित किया जाएगा कि खुले में शौच ना जाए और गांव में गंदगी ना फैलाएं। –विमल बचले, ब्लॉक समन्वय, स्वच्छता अभियान, जनपद पंचायत आमला
आमला. पंचायतों में स्वच्छता अभियान को नजर अंदाज किया जा रहा है। हालात यह है कि गांवों में जगह-जगह गोबर, पॉलीथिन के कचरे और गंदगी से लोग परेशान है। गंदगी के कारण सुअरों ने भी गांवों में डेरा डाल लिया है। जो किसानों के लिए मुसीबत का कारण बने हुए है। गांव और आसपास स्वच्छंद घूम रहे सूअरों के झुंड खेतों में घुसकर फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ग्रामीण पंचायत सरपंच और सचिव से भी शिकायत कर चुके है, लेकिन पंचायत कोई ध्यान नहीं दे रही है। न गांवों में साफ -सफाई कराई जा रही है और न ही सुअरों को बाहर खदेड़ा जा रहा है। ग्राम पंचायत की इस लापरवाही से ग्रामीणों में रोष पनपता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई लोग आज भी सड़क किनारे खुले में शौच जाते है। जिसके कारण सुअर गांव और आसपास मंडराते है। इसके अलावा मवेशियों का गोबर भी सड़क किनारे फेंका जा रहा है। इससे गंदगी बनी रहती है। गंदगी के कारण ही सुअर घूमते है। सूअरों का झुंड बनाकर घूमना बीमारियों को पैदा कर सकता है।