
माखननगर: जावली में रेत का खेल जोरों से चल रहा हैं। वैसे यह रेत खदान शासन की ओर से चालू है। लेकिन सूत्रों की माने तो ठेकेदार,पुलिस,खनिज एवं परिवहन विभाग की मिलीभगत से बे-रोकटोक बिना रॉयल्टी का यह खेल चल रहा हैं, जिसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ रहा हैं। सरकारी खर्चा निकालने के लिए रेत व्यवसाय से जुड़े सिंडीकेट ने डंपर बिना रॉयल्टी के निकाल रहे है। जावली खदान से जो भी रेत डम्फर भरे जा रहे है उनकी रॉयल्टी नही काटी जा रही है। सोनम पुनीत की कविता की कुछ लाइने बताती है कि रेत के ठेकेदार के हौसले कितने बुलंद है।
रोक सको तो रोक लो,
कदम कदम बढ़ाएंगे।
धीरे धीरे ही सही,
मंजिल तक पहुंच जाएगें।

एक माह पहले बंद हुई थी खदान
विगत एक माह पहले बिना रॉयल्टी रेत के परिवहन मामले में कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देश पर कार्यवाही की गई थी। उसके बाद खदान का संचालन बंद कर दिया गया था। लेकिन अभी तीन दिन पहले ही रेत खदान चालू हुई है और फिर से बिना रॉयल्टी के डंफर भरे जा रहे है।

अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही
जब जिला खनिज अधिकारी देवेश मरकाम देनवापोस्ट में बात करनी चाही तो फोन ही नही उठाया। ऐसा पहली बार ही नही हुआ देवेश मरकाम ने मीडिया से कभी बात करना ही उचित नही समझा। यह कहना गलत नही होगा कि कही न कही अधिकारियों की मिली भगत है इसीलिए ठेकेदार के होसले बुलंद ओर फिर बिना रॉयल्टी रेत का खेल शुरू हो गया।
