बाबा महाकाल की नगरी में भगवान शिव का एक ऐसा मंदिर है, जिसमें विराजित शिव परिवार के दर्शन भक्तों को वर्ष में केवल एक बार नागपंचमी के दिन होते हैं। महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर वर्ष में केवल एक बार नागपंचमी के दिन खोला जाता है। इस मंदिर में इकलौती ऐसी प्रतिमा विराजित हैं, जिसमें भगवान विष्णु की जगह भगवान शिव शेषनाग के आसन पर विराजमान हैं। इस प्रतिमा की एक और खास बात ये है कि इसमें सिर्फ भगवान शिव नहीं बल्कि माता पार्वती और श्री गणेश और कार्तिकेय भी हैं। नागपंचमी पर सिर्फ 24 घंटे के लिए खुलने वाले इस मंदिर के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु देशभर से उज्जैन पहुंचते हैं। इस वर्ष नागपंचमी का पर्व 21 अगस्त को मनाया जाएगा। नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट आज यानि 20 अगस्त को रात 12 बजे शासकीय पूजा के साथ पूरे 24 घंटे के लिए भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे।