प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रकोष्ठ अध्यक्षों की बैठक ली।
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पटवारी ने कहा कि लोकतंत्र दो पटरियों पर चलता हैं एक सत्ता पक्ष और दूसरा विपक्ष। हम 20 साल से सत्ता में नहीं हैं, हमने काफी संघर्ष का दौर देखा है और अभी भी हमारे सामने संघर्ष है। सत्ता पक्ष के पास साधन-संसाधन बहुत होते हैं और विपक्ष में साधन-संसाधनों का अभाव होता है। हमारी भूमिका विपक्ष में रहकर जनता की सेवा करना है, जनहित के मुद्दों को सदन से सड़क तक उठाना और सत्ता पक्ष से पूरा कराने की हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। हमें हर हाल में पार्टी संगठन और विपक्ष में रहकर अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए जनता के साथ खड़े रहना है और पार्टी का सम्मान बनाए रखना है।
उम्मीद से विपरीत रहे विधानसभा परिणाम
पटवारी ने विभागों और प्रकोष्ठों के अध्यक्षों पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कार्य करें। लोकसभा चुनाव हमारे सामने हैं हम सभी को मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा कि हमें विधानसभा चुनाव में जो परिणाम देखने को मिले हैं उसकी उम्मीद किसी को नहीं थी, इसलिए हम हताश और निराश न होकर पूरी ताकत और मजबूती के साथ आगे अपना कार्य करें और लोकसभा चुनाव में निश्चित ही अच्छे परिणाम हमारे सामने आएंगे।
वो समय भी देखा है
बैठक में विभागों और प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया ने कहा कि मप्र कांग्रेस के सभी विभाग और प्रकोष्ठ तन्मयता के साथ काम कर रहे हैं। वहीं पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा ने कहा कि नए प्रदेश अध्यक्ष बनने से नौजवानों में अद्भुत ऊर्जा, जोश और उमंग का संचार हुआ है, निश्चित ही संगठन को मजबूती मिलेगी। पार्टी ने 1977 का वह समय भी देखा है जब हमें बहुत कम सीटें मिली थीं, हम सभी मिलकर युवा शक्ति के साथ पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे और संगठन को और अधिक सशक्त बनाकर फिर सत्ता में आएंगे। संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने कहा कि मप्र कांग्रेस कमेटी में कार्यरत विभाग और प्रकोष्ठ की संगठन में महत्वूपर्ण भूमिका रही है। संगठन को बल और शक्ति मिलती है।