
दीपक शर्मा/माखन नगर : मोदी सरकार ने सबसे पहला काम स्वच्छता पर किया… गांधीजी के चश्मे का मोनो लगा कर पूरे देश में स्वच्छता की अलख जगाई… आज इस मिशन के चलते कई जगह स्वछता की होड़ है… क्योंकि इसमें मोटे बजट का भी तगड़ा जोर है… और काम से पहले बजट देनें में सरकार भी देर नहीं करती है… इसी चक्कर में आज कल इस मिशन में ही भ्रष्टाचार की गंदगी फैलने लग गई है..स्वच्छता मिशन में सफाई हो ना हो… पर बजट की सफाई जरूर हो जाती है!… देनवा पोस्ट को ऐसा कुछ माखन नगर जनपद की बुधनी पंचायत में देखने को मिला…। यहां मोदी सरकार के स्वच्छता मिशन की… पंचायत ने वाट ही लगा दी… और स्वच्छता उद्वेश्य की पूर्ति के लिए ग्राम को साफ करने करने की जगह राशि ही साफ कर दी …।

देनवा पोस्ट ने इस मामले में तहकीकात की तो पाया… कि पूरी पंचायत में कोई साफ सफाई ही नही हुई। गांव में जहां जहां चालू हैंडपंप थे… वहां आसपास गंदा पानी जमा था… जो स्वच्छता मिशन लाखों की राशि की लूट की पोल खोल रहा था…। बच्चों का स्कूल हो या मंदिर… गांव की चौपाल हो या गांव की गली… चारों तरफ गंदगी ही गंदगी पसरी थी…। यानी मोदी सरकार के स्वच्छता मिशन के मोटे बजट की लूट की कहानी बयां कर रही थी… और इस काम में पंचायत का साथ… स्वच्छता मिशन की मॉनिटरिंग करनें वाले जनपद और जिला पंचायत के लोगों ने भी दिया था… तभी तो जब हमने ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान जवाबदारों से बात की… तो सबने अलग अलग कहानी बयां की…

पंचायत दर्पण की वेब साइट पर देखा तो गांव में साफ सफाई के नाम पर अलग अलग करीब दो लाख 73 हजार 630 रुपए की राशि निकाली गई थी। जब हमने इसकी सत्यता जानने के लिए… देनवापोस्ट की टीम ने 15 जनवरी को खुद ही गांव में पहुंचकर तहकीकात कर यहां का माजरा देखा कि स्वच्छता मिशन में गांव की सफाई या गंदगी दूर हो ना हो… पर इस मिशन के मोटे बजट की एंडवास राशी में पूरी ईमानदारी से सफ़ाई हो रही है… और इसमें ग्राम पंचायत को ऊपर तक के जवाबदार लोगों का पूरा स्पोट मिल रहा है…!

जबकि ग्रामीणों ने भी गंदगी पर रोष जाहिर किया… एक ग्रामीण पप्पू यादव ने तो यहां तक कहा कि गांव में विकास की बात तो छोड़ो नई पंचायत ने साफ सफाई तक नहीं की आलम यह है कि मंदिरों के आसपास भी गंदगी हो रही है। प्रधानमंत्री की इच्छा अनुसार 22 जनवरी को हम अपने गांव में कार्यक्रम कैसे करेगें… इस पर पंचायत और जनपद वालो का ध्यान क्यों नही है…! ऐसे में अब गांव वालों को उम्मीद सिर्फ नए कलेक्टर सोनिया मीना पर ही है… उन्हे इस ओर ध्यान देना चाहिए… और स्वच्छता मिशन में हो रहे बड़े भ्रष्टाचार पर ठोस कार्यवाही करना चाहिए… ताकि मोदी सरकार की देश के हर गांव हर शहर को स्वच्छ करनें की उद्देश की पूर्ति हो सके…। और उसके लिए आने वाले मोटे बजट की लूट रुक सके…। क्योंकि ये कहानी एक ग्राम पंचायत की नही है… बल्कि हर ग्राम पंचायत में यही कहानी दोहराई जा रही है…।

जांच कराएंगे
पंचायत इंस्पेक्टर हरि प्रसाद बरेले ने देनवा पोस्ट को बताया कि आपसे जानकारी मिली है, कि पंचायत मे इस तरह की अनिमित्ता हुई है तो उसकी जांच कराएंगे। अगर पंचायत में गड़बड़ी मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करेंगे।