
दीपक शर्मा/ माखननगर। माखन नगर परिषद 8 साल पहले एक जमीन खरीद कर अपने नाम करना ही भूल गई। जिस किसान से यह जमीन खरीदी, अब भी उस किसान के नाम पर केसीसी लोन चढ़ा हुआ है। जाहिर है ऐसा कारनामा सिर्फ अपने माखन नगर में ही संभव है।

यह है पूरा मामला
माखन नगर में नर्मदा जल लाने के लिए करीब 8 साल पहले पाइपलाइन बिछाई गई। नसीराबाद नर्मदा तट से पानी के लिए एक फिल्टर प्लांट लगाया गया। 2014-15 में बने इस प्लांट के लिए नर्मदा किनारे एक किसान करोड़ीलाल से नगर परिषद माखन नगर में क़रीब आधा एकड़ जमीन खरीदी। परिषद में किसान से जमीन तो खरीद ली, पर आज तक उसका नामांतरण ही नहीं कराया। नतीजा यह है कि भले ही वह जमीन नगर परिषद में खरीद ली हो लेकिन उसे जमीन पर अभी भी केसीसी लोन चढ़ा हुआ है।

लोन नहीं चुकाने पर क्या होगा
किसान ने सेंट्रल क्षेत्रीय ग्रामीण से तीन लाख का लोन लिया हैं। हैरानी इस बात हैं कि किसान का आठ साल से इस जमीन पर लोन हैं। लेकिन नगर परिषद माखन नगर को इस बात की ख़बर ही नही है। अगर किसी कारण बस किसान ने लोन नहीं चुकाया तो नगर परिषद की जमीन का क्या होगा।

मुझे जानकारी नहीं
देनवा पोस्ट ने कब नगर परिषद सीएमओ जी एस राजपूत से बात की तो बताया कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। नगर परिषद ने जमीन ली होगी तो नामांतरण कराया होगा। ऐसा हो नही सकता कि जमीन अभी भी किसान के नाम से होगी और उसने इस पर लोन लेकर रखा है।
