पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में दिखी महिला और बच्ची।
पुलिस ने बताया कि स्व सहायता समूह चलाने वाली ज्योति कुराड़िया ने बच्ची की मां को दो समूहों से 75 हजार रुपए का लोन दिलवाया था। बच्ची की मां कर्ज नहीं चुका पा रही थी और लेनदार ज्योति को परेशान कर रहे थे। इस वजह से ज्योति ने रुपए वसूलने के लिए साजिश रची। उसने रविवार को कर्जदार महिला की बच्ची को किडनैप कर लिया। उसे घर ले आई और हाथ-पैर बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया।
पहले अपहरण की बात कबूल नहीं की, बाद में मानी
परिजन थाने पहुंचे जिसके बाद एसीपी देवेंद्र धुर्वे ने विशेष टीम बनाई। टीम ने बच्ची के घर के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। एक फुटेज में आरोपी महिला बच्ची को साथ ले जाते दिखी। सिलसिलेवार फुटेज देखने पर महिला की लोकेशन का पता चल गया। पुलिस ने बच्ची के परिजन को महिला के फुटेज दिखाए तो उन्होंने तुरंत उसे पहचान लिया। अपहरणकर्ता महिला की पहचान ज्योति के रूप में होने के बाद पुलिस ने उसे धर दबोचा। पहले तो उसने अपहरण की घटना से इनकार किया लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद वह टूट गई और अपहरण कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने बच्ची को छुड़ाकर परिवार के सुपुर्द कर दिया।
फिरौती में चार लाख रुपए मांगने वाली थी
ज्योति ने बताया कि लेनदार उसे परेशान कर रहे थे और बच्ची की मां पैसे नहीं लौटा रही थी। उसने बच्ची की मां को कई बार कहा कि उसे लोग परेशान कर रहे हैं पर उसने पैसे नहीं दिए। इसके बाद उसने बच्ची के अपहरण की योजना बनाई। वह बच्ची के परिवार से चार लाख रुपए की फिरौती मांगने वाली थी।