
इंदौर में की गई गिनती में 86 गिद्ध ही मिेले।
इंदौर वनमंडल क्षेत्र में हुई तीन दिनों गिद्धों की गिनती के आंकड़े चौकाने वाले है। वन विभाग द्वारा की गई पिछली गिनती की तुलना में गिद्धों की संख्या पहले से कम हो गई । तीन दिन तक 25 स्थानों पर 18 टीमों ने गिद्धों की गिनती की।
टीम को इंदौर वनमंडल की चारों रेंज में सिर्फ 86 गिद्ध ही दिखे,जबकि तीन साल पहले हुई गिनती में इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में 116 गिद्ध थे। अब इंदौर वनमंडल रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को सौंपेगा।
प्रदेश में तीन साल पहले गिद्धों की संख्या दस हजार थी, लेकिन अब प्रदेश में भी गिद्ध कम होने की आशंका है,क्योकि सभी वनमंडलों में हुई गिनती में कम गिद्ध मिले है। वर्ष 2021 के बाद गिद्धों का सर्वे विभाग ने पहली बार तीन दिन तक किया ।
इंदौर, चोरल, महू और मानपुर रेंज में 25 सेे अधिक स्थानों को चुनना गया। वहां टीमें सुबह 6 से 8 बजे के बीच जाती थी और गिद्धों के फोटो, उनकी गूगल लोकेशन एप में अपलोड करती थी।
टीम को इंदौर के आसपास पेडमी, देवगुराडिया, पठान पिपलिया, चिखली, मेंहदीकुंड, पातालपामनी, तिन्छा, भड़किया, गिद्ध खो में गिद्ध मिले। ज्यादातर व्यस्क गिद्ध दिखाई दिए। टीम को पहले दिन 38, दूसरे दिन और तीसरे दिन 22 गिद्ध नजर आए। इस तरह इस बार की गणना में 86 गिद्ध ही मिले।
प्रमाण मिले है। अधिकारियों ने कहा कि गिद्धों के उड़ने से पहले इनकी गिनती करनी थी। जमीन, घोंसले और पेड़ पर बैठे गिद्धों के आंकड़े जुटाए गए है, इसलिए टीम सुबह गिनती के लिए जाती थी। दोपहर में ज्यादातर गिद्ध भोजन की तलाश में निकल जाते है।