खबर आपके काम की/दीपक शर्मा : अगर आप भी डिजिटल ट्रांजैक्शन करते हैं तो आपके लिए बेहद काम की खबर है। बैंक जल्द ही कुछ UPI ID पर रोक लगा सकता है। अगर आपने लंबे समय से अपनी किसी UPI ID का इस्तेमाल नहीं किया है तो आपको अलर्ट रहने की जरूरत है। NPCI की गाइडलाइंस के बाद बैंक जल्द ही एक बड़ा कदम उठा सकते हैं।
NPCI Guidelines for Banks : अगर आपका बैंक में खाता है और आप डिजिटल लेनेदेने के लिए UPI आईडी का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए बेहद काम की खबर है। बैंक जल्द ही UPI ID को लेकर एक बड़ा फैसला लेने वाले हैं। दरअसल नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने बैंकों और ऐसे थर्ड पार्टी ऐप्लिकेशन प्रोवाइडर्स जैसे गूगल पे, फोन पे और दूसरे प्रवाइडर्स से ऐसे ग्राहकों की पहचान करने के लिए कहा है जिन्होंने पिछले एक साल से UPI ID का इस्तेमाल नहीं किया है। इसके साथ ही NPCI ने ऐसे UPI ID पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार सभी टीपीएपी और पीएसपी बैंक उन ग्राहकों की UPI ID और उससे जुड़े मोबाइल नंबर की पहचान करेंगे जिनसे पिछले एक साल में किसी भी तरह (क्रेडिट या फिर डेबिट) का वित्तीय लेन देन नहीं किया गया है। ऐसे UPI पर नए साल के बाद से यूजर्स ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे।
31 दिसंबर के बाद नहीं कर पाएंगे लेनदेन
एनपीसीआई के बैंकों और थर्ड पार्टी सेवा प्रदाता को ऐसे UPI ID की पहचान करने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया है। NPCI के इन दिशा निर्देशों का एक मात्र उद्देश्य यह है कि किसी भी तरह से पैसा गलत व्यक्ति को ट्रांसफर न हो और न ही इनका गलत इस्तेमाल हो।
दरअसल कई बार ऐसा होता है कि जब लोग अपना मोबाइल नंबर बदलते हैं तो वह उससे जुड़े UPI ID को अलग करना भूल जाते हैं। कई दिनों तक नंबर बंद रहने की वजह से जब किसी दूसरे को वह नंबर अलॉट होता है तो UPI ID उस नंबर से पहले से ही जुड़ी रहती है। ऐसे में गलत ट्रांजेक्शन की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। बैंक UPI ID को निष्क्रीय करने से पहले यूजर्स को ईमेल या फिर मैसेज के जरिए नोटिफिकेशन भी भेजेगा।