Ganesh Chaturthi : गणेशजी वाले अंकल-आंटी, दुनिया की साढ़े चार हजार गणेश प्रतिमाओं का घर में किया संग्रह

इंदौर के राजकुमार शाह ने अपने घर में दुनियाभर की साढ़े चार हजार गणेश प्रतिमाओं का संग्रह किया है। लगभग 20 साल पहले शुरू हुआ उनका यह सफर आज भी अनवरत जारी है और उनके कलेक्शन में नियमित नई गणेश प्रतिमाएं आती जा रही हैं। शाह पहले ग्रीटिंग कार्ड पर बने गणेश जी इकट्ठा करते थे लेकिन फिर मूर्तियां इकट्ठा करना शुरू किया। राजकुमार शाह पेशे से सीए हैं। शाह का कहना है कि यदि भगवान राम का नाम लिया जाए तो जहन में तीर-धनुष लिए भवगान की आकृति उभर आती है, लेकिन भगवान गणेश का नाम लिया जाता है, तो दिमाग में कई अलग-अलग आकृतियां आ जाती हैं। संग्रह में भारत के साथ ही दूसरे देशों से लाए गए गणेशजी भी हैं। वे इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड तक से मूर्तियां लाए हैं। मित्र, परिचित और रिश्तेदार भी मुझे भगवान की गणेश की प्रतिमा ही गिफ्ट करते हैं।

आर्किटेक्ट को बोला घर गणेशजी के हिसाब से बनेगा

राजकुमार शाह बताते हैं जब उन्होंने अपने बंगाली चौराहे स्थित घर का निर्माण शुरू करवाया तब उन्होंने आर्किटेक्ट को साफ कर दिया था कि घर गणेशजी के हिसाब से ही बनेगा। भगवान गणेश की मूर्तियों का विशाल संग्रह देखकर आर्किटेक्ट भी अचंभे में पड़ गए थे। इसके लिए उन्होंने कई बार घर की डिजाइन बदली ताकि घर में आने वाले लोगों को हर मूर्ति का बेहतर व्यू मिल सके।



मूर्तियों को रोज साफ करने में पत्नी को लगता है तीन से चार घंटे का समय

राजकुमार शाह के इस शौक में पत्नी और बच्चे भी सहयोग करते हैं। उनके दो बेटे हैं। राजकुमार शाह की पत्नी सीमा शाह बताती हैं गणेश मूर्तियों की रोज साफ-सफाई में तीन से चार घंटे का समय लग जाता है। इस काम में थकान इसलिए नहीं होती क्योंकि अलग अलग तरह की सुंदर प्रतिमाओं को निहारते हुए कब समय निकल जाता है पता ही नहीं चलता। भगवान गणेश की सेवा करने में उन्हें हर दिन आनंद आता है।

संग्रह दिखाने के लिए बच्चों को लेकर आते हैं  लोग

अद्भुत संग्रह को दिखाने के लिए लोग अपने बच्चों को लेकर उनके घर पर आते हैं। विदेशों से भी परिचित जब इंदौर आते हैं तो परिवार के साथ कलेक्शन दिखाने आते हैं। वे अपने साथ कई परिचितों और उनके परिवारों को भी साथ लेकर आते हैं।

कितने तरह के गणेश

राजकुमार शाह के घर में विभिन्न आकार प्रकार और स्वरूपों के गणेशजी हैं। वेजीटेबल यानि सब्जी से बने गणेश, वाद्य यंत्र बजाते गणेश, नारियल के गणेश, अष्ट धातु के गणेश, नृत्य करते गणेश, क्रिकेट खेलते गणेश, शतरंज खेलते गणेश। इनमें मेटल से लेकर सिरेमिक (चीनी मिट्टी), मिट्टी से लेकर वुड और दूसरे माध्यमों में बनाई गई मूर्तियां शामिल हैं। पीपल के पत्ते पर बने सोने के गणेश के अलावा अमेरिकन डायमंड के सुंदर रूप में भी गणेश कलाकृति को राजकुमार शाह ने संजो कर रखा है। वकील, डांसर, क्रिकेटर, लैपटॉप चलाते गणेश की प्रतिमाएं हैं। खास बात यह है कि सभी चार हजार प्रतिमाओं में से ऐसी कोई भी प्रतिमा नहीं, जो एक-दूसरे से जरा भी मेल खाती है। सभी प्रतिमाएं अलग मुद्राओं में हैं।


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