
मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला सोमवार यानि 11 दिसंबर को होगा। बीजेपी आलाकमान ने मुख्यमंत्री का नाम जानने के लिए तीन सदस्यीय ऑब्जर्वर दल नियुक्त किया है। इस दल को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हेड कर रहे हैं।
उनके साथ के.लक्ष्मण और रांची की पूर्व महापौर आशा लाकड़ा हैं।इस बीच हरियाणा के सीएम जगदीश खट्टर का बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्हाेंने बता दिया है कि मध्य प्रदेश का सीएम कैसे चुना जाएगा?
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के चयन के लिए बीजेपी विधायक दल की बैठक सोमवार को शाम चार बजे होनी है, विधायक दल की बैठक से पहले भोपाल में सरगर्मी तेज हो गई है। उससे पहले भी राजधानी भोपाल में बहुत कुछ ऐसा होना है, जिसमें बीजेपी को मध्यप्रदेश के लिए अपना भविष्य तय करना है. बीजेपी ने अपने सभी 163 विधायकों को राजधानी भोपाल पहुंच चुके हैं।
माना जा रहा है कि रविवार को खट्टर समेत सभी ऑब्जर्वर भी भोपाल पहुंच जाएंगे। मध्य प्रदेश सरकार के गठन पर भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ”सोमवार को भाजपा विधायक दल की बैठक रखी गई है. मुझे आशा है कि सभी फैसले सर्वसम्मति से होंगे।”
रायशुमारी करेंगे पर्यवेक्षक
मध्य प्रदेश में प्रचंड बहुमत के बाद अब तक बीजेपी मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा नहीं कर पाई है। इसलिए आलाकमान ने मध्य प्रदेश समेत राजस्थान और के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को लेकर पर्यवेक्षक विधायकों से रायशुमारी करेंगे। इनमें शामिल हैं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के.लक्ष्मण और बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा। ये तीनों मध्यप्रदेश के बीजेपी के विधायकों के साथ रायशुमारी करेंगे।
लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चुने गए पर्यवेक्षक
मध्यप्रदेश बीजेपी के नेताओं का तीनों ऑब्जर्वर से अधिक संपर्क नहीं है। हालांकि हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर से मध्यप्रदेश बीजेपी के कई बड़े नेताओं से नजदीकी मित्रता है। लेकिन सभी ऑब्जर्वर को विधायकों से वन-टू-वन चर्चा करनी होगी। सीएम पद को लेकर सरगर्मी तेज है। मध्यप्रदेश में सीएम पद के चेहरे के लिए शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, वीडी शर्मा सहित कई अन्य नेता भी सीएम उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हैं।