भारत के युवा निशानेबाजों का एशियाई खेलों (Asian Games 2023 ) में सोना उगलने का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा जिससे देश ने छठे दिन दो स्वर्ण , चार रजत और दो कांस्य से कुल आठ पदक अपनी झोली में डाले. भारत पदक तालिका में आठ स्वर्ण, 12 रजत और 13 कांस्य सहित कुल 33 पदक जीतकर चौथे स्थान पर चल रहा है. चीन 105 स्वर्ण, 63 रजत और 32 कांस्य सहित 200 पदक जीतकर शीर्ष पर काबिज है. भारतीय निशानेबाजों ने दो स्वर्ण और तीन रजत का इजाफा करके अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर दिखाया.
निशानेबाजों ने दोहा का रिकॉर्ड तोड़ा
पिछले छह दिन में भारतीय निशानेबाजों ने छह स्वर्ण और सात रजत समेत 18 पदक जीते हैं. इससे पहले एशियाई खेलों की निशानेबाजी स्पर्धा में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2006 दोहा खेलों में था जब उसने 14 पदक जीते थे.
राइफल में भारत का शानदार प्रदर्शन
पुरूषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में भारत ने विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता जिसमें ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (591), स्वप्निल कुसाले (591) और अखिल श्योराण (587) ने चीनी चुनौती से पार पाते हुए 1769 स्कोर किया. पलक गूलिया और ईशा सिंह ने महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में एक दूसरे को कड़ी चुनौती देते हुए ऐतिहासिक प्रदर्शन कर क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीते. वहीं महिला 10 मीटर एयर पिस्टल टीम वर्ग में 18 वर्ष की ईशा (579), पलक (577) और दिव्या टीएस (575) ने 1731 के कुल स्कोर से रजत पदक अपने नाम किया. इसके बाद 22 वर्ष के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने व्यक्तिगत राइफल थ्री पोजिशंस स्पर्धा में 459 .7 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता. पलक का यह अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में पहला व्यक्तिगत पदक है. उसने फाइनल में 242.1 स्कोर किया जो एशियाई खेलों में रिकॉर्ड है. ईशा ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में रजत भी जीता है. वहीं ईशा, मनु भाकर और रिदम सांगवान ने टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था. बुधवार को 25 मीटर पिस्टल में व्यक्तिगत रजत जीतने वाली ईशा 10 मीटर एयर पिस्टल रजत जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थी. ईशा ने व्यक्तिगत फाइनल में 239.7 स्कोर किया.
टेनिस में भारत को करना पड़ा रजत से संतोष
टेनिस पुरूष युगल स्पर्धा में रामकुमार रामनाथन और साकेत माइनेनी फाइनल में हार गए जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा. रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले की मिश्रित युगल जोड़ी ने हालांकि फाइनल में पहुंच कर टेनिस में भारत के स्वर्ण पदक की आस जगाये रखी है. बोपन्ना और भोसले की जोड़ी ने चीनी ताइपै की मिश्रित युगल सेमीफाइनल में चान हाओ-चिंग और यू-हसिउ सू को 6 . 1, 3 . 6, 10 . 4 से हराया. चीनी ताइपै के सू यु सियू और जैसन जुंग ने पुरूष युगल में दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी को फाइनल में 6 . 4, 6 . 4 से हराया. रामकुमार का एशियाई खेलों में यह पहला और माइनेनी का तीसरा पदक है. वह 2014 इंचियोन खेलों में सतनाम सिंह के साथ पुरूष युगल रजत और सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल स्वर्ण जीत चुके हैं. टेनिस में इस बार भारत का यह पहला पदक है. जकार्ता में 2018 में भारत ने तीन पदक जीते थे लेकिन इस बार दो पदक के साथ ही लौटना होगा.
स्क्वाश में ऐसा रहा प्रदर्शन
अनुभवी सौरव घोषाल और अभय सिंह के शानदार खेल के दम पर भारतीय पुरुष स्क्वाश टीम ने मलेशिया पर जीत से फाइनल में प्रवेश किया जिसमें उसका सामना पाकिस्तान से होगा जबकि भारतीय महिला स्क्वाश टीम ने सेमीफाइनल में हांगकांग से हारने के बाद कांस्य पदक अपने नाम किया. सौरव और अभय ने अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ एक समान 3-1 की जीत दर्ज कर फाइनल का टिकट पक्का किया. शुरुआती दोनों मुकाबलों को जीतने के बाद महेश मनगांवकर को खेलने की जरूरत नहीं पड़ी. भारतीय टीम ने पिछले एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था. जोशना चिनप्पा, अनहत सिंह और तन्वी खन्ना की तिकड़ी को हांगकांग ने 1-2 से हराया. भारतीय महिला टीम ने 2018 में रजत पदक जीता था.
गोला फेंक में किरण बालियान ने भारत को दिलाया कांस्य
एथलेटिक्स प्रतियोगिता के शुरुआती दिन किरण बालियान कांस्य पदक जीतकर 72 वर्षों में एशियाई खेलों की गोला फेंक स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गयीं, उन्होंने दिन के अपने सर्वश्रेष्ठ तीसरे प्रयास में 17.36 मीटर दूर गोला फेंककर भारत का एथलेटिक्स में खाता खोला. किरण इस तरह एशियाई खेलों में महिलाओं की गोला फेंक स्पर्धा में बारबरा वेबस्टर के बाद पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय बन गयीं. मुंबई की एंग्लो-इंडियन बारबरा ने 1951 में नयी दिल्ली में एशियाड के पहले चरण में कांस्य पदक जीता था. इस स्पर्धा में दूसरी भारतीय मनप्रीत कौर 16.25 मीटर के थ्रो से पांचवें स्थान पर रहीं.
रेस में ऐसा रहा भारत का प्रदर्शन
महिलाओं की 400 मीटर रेस में हिमांशी मलिक अपनी हीट 3 में 57.82 सेकेंड का समय निकालकर पांचवें स्थान पर रहीं जिससे वह फाइनल्स के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकीं. दिन में अन्य भारतीयों में ऐश्वर्या मिश्रा ने हीट 1 में 52.73 सेकेंड से सत्र के सर्वश्रेष्ठ समय से दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. पुरुषों की 400 मीटर रेस में मोहम्मद अजमल ने अपनी हीट में 45.76 सेकेंड का समय निकालकर दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. वहीं मोहम्मद अनस याहिया क्वालीफाई नहीं कर सके.
तार गोला फेंक में ऐसा रहा प्रदर्शन
महिलाओं की तार गोला फेंक स्पर्धा के फाइनल में तान्या चौधरी (60.50 मीटर) और रचना कुमारी (58.13 मीटर) क्रमश: सातवें और नौवें स्थान पर रहीं.
पैदल चाल में भारत का प्रदर्शन
सुबह के सत्र के राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी प्रियंका गोस्वामी महिलाओं की 20 किमी पैदल चाल में एक घंटा 43 मिनट और सात सेकेंड के समय से पांचवें स्थान पर रहीं. पुरुषों की 20 किमी स्पर्धा में विकास सिंह 1:27:33 सेकेंड के समय से पांचवें स्थान पर रहे. इसमें एक अन्य भारतीय संदीप सिंह रेस के दौरान ‘डिस्क्वालीफाई’ हो गये.
मुक्केबाजी में जरीन ने पेरिस ओलंपिक कोटा और पदक पक्का किया
मुक्केबाजी में दो बार की विश्व चैम्पियन निकहत जरीन ने बिना पसीना बहाये महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचकर पेरिस ओलंपिक कोटा और पदक पक्का किया. हांगझोउ में निकहत की प्राथमिकता ओलंपिक कोटा हासिल करने की थी और क्वार्टरफाइनल में जोर्डन की नासार हनान पर आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीत से इसे पूरा किया. एशियाड में अपना तीसरा मुकाबला खेल रही निकहत को जीत दर्ज करने में तीन मिनट से भी कम समय लगा और अब सेमीफाइनल में उनका सामना रविवार को थाईलैंड की दो बार की विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता चुथामात रकसत से होगा. विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता परवीन (57 किग्रा) स्थानीय प्रबल दावेदार जिचुन जू को 5-0 से हराकर क्वार्टरफाइनल में पहुंचने में कामयाब रहीं. वहीं लक्ष्य चाहर को 80 किग्रा वर्ग के राउंड 16 में पहले ही दौर के मुकाबले में बाहर हो गये, उन्हें किर्गिस्तान के ओमुरबेक बेकझिगिट उलूलु से 1-4 की हार मिली.
बैडमिंटन में भारत का शानदार प्रदर्शन
भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने क्वार्टरफाइनल में नेपाल को 3-0 से हराकर 37 साल बाद ऐतिहासिक पदक पक्का किया. लक्ष्य सेन सबसे पहले कोर्ट पर उतरे, उन्होंने प्रिंस दहल को 21-5 21-8 से पराजित किया जिसके बाद दूसरे मैच में किदाम्बी श्रीकांत ने सुनील जोशी को 21-4 21-13 से हराया. तीसरे मैच में मिथुन मंजूनाथ ने बिष्णु काटुवाल पर 21-2 21-17 की जीत से मुकाबला जीत लिया. भारतीय पुरुष टीम ने कम से कम कांस्य पदक पक्का कर दिया है और अब सेमीफाइनल में टीम का सामना इंडोनेशिया और कोरिया के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा. लेकिन भारतीय महिला टीम को निराशा हाथ लगी. पी वी सिंधू की अगुवाई वाली टीम क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड से 0-3 से हारकर बाहर हो गई. दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू को पोर्नपावी चोचुवोंग के हाथों पहले एकल मैच में 21-14, 15-21, 14-21 से पराजय झेलनी पड़ी. इसके बाद दुनिया की 17वें नंबर की जोड़ी त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद को जोंगकोलफान किट्टीठाराकुल और रविंडा पी ने 21-19, 21-5 से मात दी. अष्मिता चालिहा को बुसानन ओंगबामरूंगफान ने 21 . 9, 21 .16 से हराया.
भारतीय महिला हॉकी टीम ने मलेशिया को 6-0 से हराया
भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना दबदबा कायम करते हुए पूल ए के मैच में मलेशिया को 6-0 से शिकस्त देकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की. मोनिका (सातवें मिनट) ने भारत का खाता खोला जिसके बाद उप-कप्तान दीप ग्रेस एक्का (आठवें), नवनीत कौर (11वें), वैष्णवी विट्ठल फाल्के (15वें), संगीता कुमारी (24वें) और लालरेम्सियामी (50वें) ने भी गोल किये.
टेबल टेनिस ने टेबल टेनिस में पदक की उम्मीदें बरकरार रखीं
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता मनिका बत्रा ने टेबल टेनिस स्पर्धा में महिला एकल क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर पदक की उम्मीदें बरकरार रखीं लेकिन शरत कमल और जी साथियान को अंतिम-16 में हार का सामना करना पड़ा. मनिका ने करीबी मुकाबले में थाईलैंड की सुथासिनी सावेटाबुट को 4-2 (11-7, 6-11, 12-10, 11-13, 12-10, 11-6) से हराकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की की.
भारतीय गोल्फर अदिति अशोक पदक की दौड़ में बनी हुई हैं
भारतीय गोल्फर अदिति अशोक व्यक्तिगत स्पर्धा में एक शॉट के अंतर से दूसरे स्थान के साथ पदक की दौड़ में बनी हुई हैं.
शतरंज में ऐसा रहा भारत का प्रदर्शन
भारत की पुरुष और महिला टीमों ने शतरंज टीम स्पर्धा में क्रमश: मंगोलिया और फिलीपींस पर आसान जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की. भारत के साजन प्रकाश और अद्वेत पेज अपने फाइनल में क्रमश: पांचवें और सातवें स्थान पर रहे जिससे देश का तैराकी अभियान बिना पदक के खत्म हो गया.
साइकल रेस में भारत का सफर समाप्त
भारतीय साइकिलिस्ट एसो और डेविड बैकहम पुरूषों की केरिन स्पर्धा के सातवें से 12वें स्थान के फाइनल में क्रमश: 10वें और 11वें स्थान पर रहे. भारत के 15 सदस्यीय ईस्पोर्ट्स दल ने अपना अभियान डीओटीए 2 टीम के बाहर होने के साथ समाप्त किया.