वीनस विलियम्स: अमेरिकी टेनिस स्टार की यूटेरिन फाइब्रॉयड बीमारी.

Venus Williams Uterine Fibroids: अपने समय की दिग्गज टेनिस स्टार वीनस विलियम्स को गर्भाशय से जुड़ी बीमारी यूटेरिन फाइब्रॉयड हो गई है. आखिर क्या है यह बीमारी. अगर सामान्य लोगों में यह हो जाए तो क्या करना चाहिए.

टेनिस स्टार वीनस विलियम्स को हुआ यूटरिन फाइब्रॉयड, क्या है ये बीमारी? जानिए
हाइलाइट्स

  • वीनस विलियम्स को यूटेरिन फाइब्रॉयड हुआ है. यह गंभीर बीमारी है.
  • फाइब्रॉयड्स गर्भाशय में गांठें होती हैं, जो कैंसर नहीं होतीं.
  • फाइब्रॉयड्स के लक्षणों में भारी पीरियड्स, दर्द और खून की कमी शामिल हैं.
Venus Williams Uterine Fibroids: अमेरिकी टेनिस स्टार वीनस विलियम्स को यूटेरिन फाइब्रॉयड नाम की बीमारी हो गई है. यह बीमारी बच्चेदानी की होती है जिसमें छोटे-छोटे ट्यूमर हो जाते हैं. इससे गर्भाशय की दीवाल में भारी दिक्कत होने लगती है. इस कारण बहुत ज्यादा दर्द होता है. हाल में वीनस ने अपने इस दर्द को बयां किया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि लक्षण दिखने के बाद डॉक्टरों ने सालों तक इस बीमारी को नजरअंदाज किया. उन्हें कहा गया कि यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है लेकिन वीनस इस खतरनाक बीमारी के कारण पूरी तरह टूट गई और यह दर्द उसके पूरे जिंदगी की गुणवत्ता को प्रभावित किया. जरा सोचिए अगर कोई आम महिला इस बीमारी को नजरअंदाज करे तो उस पर इसका कितना खतरनाक असर होगा.

क्या-क्या परेशानियां हुईं
वीनस ने एनबीसी न्यूज को बताया, मैं सालों से इस बीमारी से परेशान थी. मुझे पेट में अक्सर क्रैंप रहता था, बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती थी. घंटों तक टॉयलेट में बैठी रहती थी. मतली और उल्टी भी होती रहती थी. सबसे बड़ी बात कि मैं हमेशा खून की कमी की शिकार रहती थीं. शुरू में लगता था कि यह मामूली है, डॉक्टर भी यही कहते थे लेकिन मैं इस बीमारी के कारण टूट गई. हालांकि मुझे पता था कि यह बीमारी फाइब्रॉयड है. मैं आपको बता नहीं सकती कि मेरे शरीर से कितना खून निकलता था. डॉक्टर भी कहा करते थे कि यह नॉर्मल है.

फाइब्रॉइड क्या है

यूटेरीन यानी गर्भाशय फाइब्रॉइड्स गर्भाशय में होने वाले गांठें हैं. ये आमतौर पर प्रेग्नेंसी के योग्य या बच्चे को जन्म देते समय होती हैं. गर्भाशय फाइब्रॉइड्स कैंसर नहीं होता और ये लगभग कभी भी कैंसर में नहीं बदलते. इनका गर्भाशय में किसी अन्य प्रकार के कैंसर के खतरे से भी कोई संबंध नहीं होता. इन्हें लीयोमायोमा या मायोमा भी कहा जाता है. फाइब्रॉइड्स की संख्या और आकार अलग-अलग होते हैं. किसी के गर्भाशय में एक फाइब्रॉइड हो सकता है या एक से अधिक भी हो सकते हैं. कुछ फाइब्रॉइड्स इतने छोटे होते हैं कि आंखों से देखे नहीं जा सकते. कुछ इतने बड़े हो सकते हैं कि अंगूर के आकार या उससे भी बड़े हो जाते हैं. यदि कोई फाइब्रॉइड बहुत बड़ा हो जाए तो वह गर्भाशय के अंदर और बाहर की संरचना को बिगाड़ सकता है. कुछ गंभीर मामलों में फाइब्रॉइड्स इतने बड़े हो जाते हैं कि वे पूरे पेल्विस या पेट के हिस्से को भर देते हैं. इससे महिलाएं गर्भवती जैसा दिखाई देने लगती है.

फाइब्रॉइड के लक्षण
बहुत से लोगों को गर्भाशय में फाइब्रॉइड्स होते हैं, पर उनमें कोई लक्षण नहीं दिखते. जिनमें लक्षण होते हैं उनमें यह फाइब्रॉइड्स के स्थान, आकार और संख्या पर निर्भर करते हैं. अगर किसी को गर्भाशय फाइब्रॉइड्स होते हैं उसमें पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा खून निकलने लगता है. पीरियड्स बहुत हैवी होता है.पीरियड्स लंबे समय तक चलने वाला या जल्दी-जल्दी हो जाता है. पेल्विक एरिया में भारीपन और दर्द महसूस होता है. बार-बार पेशाब या पेशाब करने में कठिनाई होती है. पेट का आकार बढ़ जाता है. हमेशा कब्ज की शिकायत रहती है. पेट के निचले हिस्से या पीठ में दर्द रहता है और सेक्स के दौरान भी दर्द होता है. कभी-कभी,जब कोई फाइब्रॉइड ब्लड सप्लाई से अधिक बड़ा हो जाता है तो वह अचानक और गंभीर दर्द का कारण बन सकता है.

डॉक्टर को कब दिखाएं

अगर आपको पेल्विक एरिया में लगातार दर्द होता है और मासिक धर्म बहुत भारी या दर्दनाक हो रहा और इसके कारण आप परेशान रहते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए. इसके अलावा पीरियड्स के बीच में खून आ रहा हो, पेशाब करने में कठिनाई हो या ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं होता हो या लगातार थकान और कमजोरी महसूस हो, खून की कमी हो, योनि से अत्यधिक रक्तस्राव हो या अचानक तेज दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.

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