एक जैसे मैसेज दो अलग-अलग लोगों को भेजे गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सुनियोजित तरीके से लोगों को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में जब असली कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन से बात की गई तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि उनका इस फर्जी फेसबुक अकाउंट से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे नाम और फोटो का दुरुपयोग करते हुए किसी ने यह फर्जी फेसबुक आईडी बनाई है। यह आईडी पूरी तरह से फर्जी है और इसके माध्यम से ठगी की कोशिश की जा रही है। मैं आम जनता से अपील करता हूं कि इस फर्जी अकाउंट से भेजी गई फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें और किसी भी प्रकार की लेन-देन में शामिल न हों।
कलेक्टर ने बताया कि इस फर्जीवाड़े को लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है और साइबर सेल को शिकायत दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही इस मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर उमरिया
कलेक्टर उमरिया
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