कालिदास कन्या महाविद्यालय
वैसे तो विद्यालय और महाविद्यालय को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है। लेकिन आज उज्जैन का एक महाविद्यालय शिक्षा की किसी उपलब्धि के लिए नहीं, बल्कि यहां एचओडी और अतिथि शिक्षक के बीच हुए एक विवाद के कारण सुर्खियों में बना हुआ है। इस विवाद में बड़ी बात यह है की एचओडी अतिथि शिक्षक से इतने घबरा गए कि उन्होंने उसके खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज भी करवा दिया है।
पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि कालिदास कन्या महाविद्यालय में इन दिनों महाविद्यालय की परफॉर्मेंस को और भी अच्छा करने के साथ ही नेक में बेहतर ग्रेड मिले, इसकी तैयारी की जा रही है। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉक्टर वंदना गुप्ता ने नेक की इन तैयारी के बीच अपने कक्ष में एक बैठक रखी थी, जिसमें बॉटनी विभाग के एचओडी और नेक के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर हरीश व्यास को भी बुलाया गया था। यह बैठक चल ही रही थी कि तभी बैठक में कंप्यूटर एप्लीकेशन के अतिथि शिक्षक पहुंचे और उन्होंने आते ही बॉटनी विभाग के एचओडी प्रोफेसर हरीश व्यास के साथ विवाद करना शुरू कर दिया। अतिथि शिक्षक नरेंद्र प्रजापत का कहना था कि प्रोफेसर हरीश व्यास प्राचार्या मैडम को उनके खिलाफ भड़काते हैं। छोटे से आरोप पर शुरू हुए इस विवाद में अतिथि शिक्षक नरेंद्र प्रजापत ने प्रोफेसर व्यास को निपटाने…जिंदा गाढ देने जैसी धमकी दे डाली।
मैं घबरा गया था इसलिए करवाया प्रकरण दर्ज : प्रोफेसर व्यास
इस बारे में जानकारी देते हुए बॉटनी विभाग के एचओडी प्रोफेसर हरीश व्यास ने बताया कि अतिथि शिक्षक नरेंद्र प्रजापत ने आते ही मुझसे विवाद करना शुरू कर दिया। वह मुझे लगातार बैठक के दौरान धमकाते रहे, जिसका पूरा वीडियो प्राचार्या के कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है। इस प्रकार से मुझे जान से मारने की धमकी देने जिंदा गाढ देने की धमकी से मैं घबरा गया था, जिसके बाद मैंने देवासगेट थाने पहुंचकर अतिथि शिक्षक के खिलाफ लिखित में शिकायत की थी। प्राचार्या के कक्ष के फुटेज और मेरे बयानों के बाद अतिथि शिक्षक के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने किया प्रकरण दर्ज, कमेटी भी कर रही जांच
इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि एचओडी प्रो. हरीश व्यास की शिकायत पर अतिथि शिक्षक नरेंद्र प्रजापत के खिलाफ धारा- 294, 506 में प्रकरण दर्ज किया गया है। साथ ही आगामी कार्रवाई के लिए भी पत्राचार किया जा रहा है। बताया जाता है कि एक और जहां अतिथि शिक्षक के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। वहीं, कॉलेज प्रशासन भी इस मामले में कमेटी बनाकर पूरे मामले की जांच कर रहा है।