मामले की जानकारी देतीं महिला सरपंच।
ग्रामीण क्षेत्रों में चुनी गई महिला सरपंच और पंच से पंचायत सहायक सचिव अभद्र व्यवहार कर रहे हैं और किसी भी सरकारी काम में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसी तरह का एक मामला उज्जैन जिले की ग्राम पंचायत में सामने आया है, जिसकी थाने पर और जनपद पंचायत के सीईओ को लिखित में शिकायत की गई है।
उज्जैन जिले की ग्राम पंचायत की महिला सरपंच और महिला पंचों ने सामूहिक रूप से थाने में लिखित आवेदन देकर पंचायत के सहायक सचिव के खिलाफ अभद्रता की शिकायत की है। महिला सरपंच और पंच ने सीईओ को भी इसकी शिकायत की है। उज्जैन जिले की खाचरौद जनपद पंचायत की ग्राम रिंगनीया के सहायक सचिव महेन्द्रप्रताप सिंह के खिलाफ महिला सरपंच और पंचों ने मोर्चा खोल दिया है।
पंचायत के सहायक सचिव महेंद्र प्रताप सिंह पर महिला सरपंच श्यामुबाई ने आरोप लगाया कि भरी बैठक में मेरे हाथों से पंचायत के रजिस्टर को लेकर ठहराव प्रस्ताव और एजेंडे को फाड़ दिया, जिस पर एजेंडे से संबंधित 28 लोगों के साइन और अंगूठे थे। महिला सरपंच ने बताया कि सहायक सचिव ने मेरे साथ अभद्र व्यवहार भी किया है।
ग्राम पंचायत रिंगनिया की सरपंच श्यामुबाई पति नारायण किर ने जनपद कार्यलय, एसडीएम और थाना प्रभारी को लिखित शिकायत कर बताया कि जनपद पंचायत खाचरौद की महिला सरपंच हूं। ग्राम पंचायत रिंगनिया के मंत्री सुशील चतुर्वेदी के कार्यप्रणाली से ग्रामवासियों नाराजगी के चलते उनके स्थानांतरण की बात को ठहराव प्रस्ताव में लिया गया था। ठहराव प्रस्ताव कर 4 दिन पूर्व गांव में एजेन्डा घुमाया था। 9 जुलाई 2024 विशेष ग्राम सभा आयोजित कर ग्रामवासियों ने सचिव को हटाने की मांग रखी थी।
मीटिंग में सरपंच, महिला पंच और सहायक सचिव महेन्द्र प्रताप सिंह पंचायत के अंदर बैठे थे। बाकी सदस्य बाहर पेड़ की छांव में बैठे हुए थे। इस दौरान सहायक सचिव महेन्द्र प्रताप सिंह ने मेरे हाथ से रजिस्टर लेकर उसमें मंत्री को हटाए जाने संबंधी एजेंडे को फाड़ दिया। इसका विरोध किया तो मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया गया।
सख्त कार्रवाई की जाएगी
मामले को सीईओ ऑफिसर सिंह गुर्जर ने गम्भीर बताते हुए कहा कि सहायक सचिव ने ये किया है तो ये कृत्य अमानवीय है। शीघ्र ही जांच दल बनाकर पूरे मामले की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।