नदी के घाट पर लगी ग्रामीणों की भीड़
दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र में आने वाले हटरी गांव से निकली व्यारमा नदी में शनिवार सुबह घाट किनारे पिता के साथ नहा रहे आठ वर्षीय कृष्णा सिंह को मगरमच्छ ने दबोच लिया। गहरे पानी में ले गया। पिता के साथ ही आसपास खड़े लोगों ने इस पूरे घटनाक्रम को देखा तो वन विभाग और नोहटा पुलिस को सूचना दी गई। प्रभारी कलेक्टर अर्पित वर्मा के निर्देश पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। दोपहर तक न तो मगरमच्छ का पता चल सका और न ही मासूम का।
ग्रामीणों ने बताया है कि मगरमच्छ घाट के बिल्कुल नजदीक झाड़ी में छिपा था। कृष्णा अपने पिता अर्जुन और अन्य लोगों के साथ नहा रहा था। मासूम जैसे ही घाट पर नहाने के लिए उतरा मगरमच्छ ने उसे अपने जबड़े में दबोच लिया। वहां से पानी में चला गया। करीब पांच मिनट बाद 50 मीटर दूर गहरे पानी में दिखाई दिया और फिर दिखाई नहीं दिया है। एसडीआरएफ की टीम पूरी नदी में तलाश कर चुकी है, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
मृतक दो बहनों में अकेला भाई
वन विभाग के डीएफओ एमएस उईके ने कहा कि वन विभाग और होमगार्ड की एसडीआरएफ की टीम संयुक्त रेस्क्यू कर रही है। मासूम की तलाश की जा रही है। फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। क्षेत्र में लोगों को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है कि वह व्यारमा नदी और सतधरू डैम के आसपास की नदियों में न जाएं। हाल ही में दमोह में मगरमच्छों के मिलने और उनके हमला करने की घटना लगातार बढ़ रही है। 10 दिन पहले इमलिया चौकी के खजुरिया गांव में छह फीट का मगरमच्छ गांव में एक जगह बैठा मिला था। बाद में पुलिस और वन विभाग की टीम ने पिंजरे में कैद किया और सुरक्षित स्थान पर छोड़ा था। एक दिन पहले यानी शुक्रवार को तेजगढ़ के गूड़ा गांव में एक 45 वर्षीय युवक बबलू पटेल को व्यारमा में नदी में नहाते समय एक मगरमच्छ ने हमला किया। घायल अवस्था में उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।