नर्मदापुरम: उप संचालक, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण नर्मदापुरम और नोडल अधिकारी तीर्थयात्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन (teerthdarshan) योजना के अंतर्गत जिले के 179 तीर्थयात्री और 4 अनुरक्षक तिरुपति की यात्रा पर जाएंगे। यह यात्रा 24 सितंबर 2025 से 29 सितंबर 2025 तक चलेगी।
इस योजना का उद्देश्य समाज के आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से पिछड़े वर्गों के लोगों को धार्मिक स्थलों की यात्रा का अवसर प्रदान करना और उनके मानसिक व आध्यात्मिक विकास में योगदान देना है। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना का उद्देश्य गरीब और पिछड़े वर्ग के नागरिकों को सम्मानित महसूस कराना तथा उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है।
Teerthdarshan आवेदन और चयन प्रक्रिया
इस यात्रा के लिए जिले में कुल 1373 आवेदक थे, जिन्होंने जनपद पंचायत और नगरीय निकायों के माध्यम से आवेदन किया। आवेदनों की प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल (dpms.mp.nic.in) पर की गई।
आवेदनों के बाद कलेक्टर कार्यालय नर्मदापुरम में कंप्यूटरीकृत लॉटरी (रैंडमाइजेशन) के माध्यम से चयन किया गया। इस प्रक्रिया के तहत:
- 179 तीर्थयात्री को यात्रा के लिए चयनित किया गया।
- 18 आवेदकों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया, जो चयनित यात्रियों में किसी के अनुपस्थित रहने की स्थिति में शामिल होंगे।
कंप्यूटरीकृत लॉटरी प्रणाली से चयन यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रक्रिया पारदर्शी, निष्पक्ष और न्यायसंगत हो। चयनित तीर्थयात्रियों को संबंधित नगरपालिका और निकाय अधिकारियों द्वारा सूचित किया जाएगा।
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Teerthdarshan टिकट वितरण और यात्रा प्रारंभ
टिकट वितरण: चयनित तीर्थयात्रियों को 24 सितंबर 2025 को नगरपालिका नर्मदापुरम प्रांगण में टिकट वितरित किए जाएंगे। यह वितरण योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है ताकि यात्री पूरी जानकारी और आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।
यात्रा प्रारंभ: तिरुपति यात्रा नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन से रवाना होगी। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के सुरक्षा, सुविधा और भोजन की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
यात्रा के दौरान अनुरक्षक तीर्थयात्रियों के साथ रहेंगे और उनकी सुरक्षा, मार्गदर्शन तथा किसी भी आपात स्थिति में सहायता करेंगे।
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन (teerthdarshan) योजना का महत्व
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन (teerthdarshan) योजना का उद्देश्य केवल तीर्थयात्रा कराना नहीं है। इस योजना के तहत:
- वित्तीय रूप से पिछड़े वर्गों के लोगों को धार्मिक अवसर प्रदान करना।
- आध्यात्मिक विकास और मानसिक संतुलन को बढ़ावा देना।
- सामाजिक समानता और सहभागिता की भावना विकसित करना।
- युवा और वृद्ध, पुरुष और महिला सभी वर्गों को समान अवसर देना।
यात्रा के दौरान तीर्थयात्री मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे, धार्मिक स्थलों का भ्रमण करेंगे और सांस्कृतिक व आध्यात्मिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इससे उन्हें न केवल आध्यात्मिक अनुभव मिलेगा, बल्कि सामाजिक और मानसिक दृष्टि से भी लाभ होगा।
Teerthdarshan प्रशासनिक व्यवस्थाएँ
यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रशासन ने संपूर्ण तैयारी कर रखी है:
- सुरक्षा: पुलिस और सुरक्षा बलों की ड्यूटी सुनिश्चित की गई है।
- स्वास्थ्य सुविधाएँ: डॉक्टर और प्राथमिक चिकित्सा टीम यात्रा के दौरान उपस्थित रहेंगे।
- भोजन और आवास: यात्रा के प्रत्येक दिन के लिए संतुलित भोजन और सुरक्षित आवास की व्यवस्था की गई है।
- यातायात प्रबंधन: ट्रेन, बस और अन्य परिवहन का सही समय पर प्रबंध।
इसके अतिरिक्त, प्रत्येक तीर्थयात्री को यात्रा से पहले सम्पूर्ण निर्देश और यात्रा (teerthdarshan) मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि तीर्थयात्रा सुव्यवस्थित, शांतिपूर्ण और आनंददायक रहे।
अधिकारियों और नोडल अधिकारियों की भूमिका
उप संचालक और नोडल अधिकारी तीर्थयात्रा ने बताया कि:
- चयनित तीर्थयात्रियों की सूचना संबंधित निकायों के माध्यम से पहुँचाई जाएगी।
- हर प्रतीक्षा सूची में शामिल यात्री को योजना की प्रक्रिया और संभावित यात्रा में शामिल होने के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा।
- यात्रा के दौरान अनुरक्षक और अधिकारियों द्वारा तीर्थयात्रियों की मदद और मार्गदर्शन सुनिश्चित किया जाएगा।
नोडल अधिकारी ने यह भी बताया कि यात्रा के दौरान किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए टीम तैयार रहेगी।
जनता और प्रशासन के बीच पारदर्शिता
यात्रा के चयन में कंप्यूटरीकृत लॉटरी और ऑनलाइन पोर्टल का प्रयोग पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि योजना निष्पक्ष, पारदर्शी और कानूनी रूप से सुरक्षित तरीके से संचालित हो।
लोकल प्रशासन ने यात्रियों और उनके परिवारों को सम्पूर्ण जानकारी समय पर उपलब्ध कराई, ताकि कोई भ्रम या असुविधा न हो।
- यात्रा अवधि: 24 सितंबर 2025 से 29 सितंबर 2025
- तीर्थयात्री: 179 चयनित
- अनुरक्षक: 4
- आवेदन संख्या: 1373
- प्रतीक्षा सूची: 18
- टिकट वितरण: 24 सितंबर 2025, नगरपालिका नर्मदापुरम प्रांगण
- प्रस्थान बिंदु: नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन (teerthdarshan) योजना के अंतर्गत तिरुपति यात्रा धार्मिक, सामाजिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह योजना समाज के आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से पिछड़े नागरिकों को धार्मिक अवसर प्रदान करने, उन्हें मानसिक संतुलन देने और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करने का माध्यम है।
संपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था, सुरक्षा, भोजन, आवास और मार्गदर्शन के साथ यह यात्रा सुव्यवस्थित और सुरक्षित होगी। चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और ऑनलाइन लॉटरी ने योजना को निष्पक्ष और न्यायसंगत बनाया है।
179 तीर्थयात्री और 4 अनुरक्षक इस यात्रा में भाग लेकर अपने जीवन में आध्यात्मिक और सामाजिक अनुभव प्राप्त करेंगे।