तिरुवन्नामलाई केंद्रीय अपराध शाखा की बैंक धोखाधड़ी जांच शाखा ने केंद्रीय सहकारी बैंक (सीसीबी) की स्थानीय शाखा की प्रबंधक और दो अन्य आरोपियों को नकली आभूषण गिरवी रखकर 2.88 करोड़ रुपये का ऋण घोटाला करने के मामले में गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में बैंक प्रबंधक के. विजयलक्ष्मी (51, इनाम करियांदल गांव), स्वर्ण मूल्यांकनकर्ता एस. गोपीनाथन (48, सनकुप्पम गांव) और एजेंट बी. एलुमलाई (45, अरदापट्टू गांव) शामिल हैं।
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि 2024 में 21 ऋण नकली आभूषणों के आधार पर स्वीकृत किए गए थे, जिनका मूल्यांकन गोपीनाथन ने किया था। आरोप है कि बैंक प्रबंधक विजयलक्ष्मी ने जाली दस्तावेज तैयार कराने और नकली गहने गिरवी रखने की साजिश में बैंक कर्मचारियों और स्थानीय एजेंटों के साथ मिलीभगत की।
इन 21 ऋणों में इस्तेमाल दस्तावेज़ — आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य पहचान पत्र — वास्तविक थे, जिन्हें आसपास के गांवों के निवासियों से लिया गया था।
सहकारिता उप-पंजीयक एस. वसंतलक्ष्मी की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने बताया कि इस घोटाले में दस्तावेज उपलब्ध कराने वाले 21 लोगों की तलाश के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। जांच जारी है।