Best Position while sleeping at night: हर इंसान के लिए सुकून की नींद महत्वपूर्ण है. अगर सुकून की नींद न आए तो कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हालांकि, कुछ लोग अक्सर नींद न आने की शिकायत करते हैं, जबकि कुछ लोग जब सोने के बाद सुबह उठते हैं तो पूरे शरीर में थकान और कमजोरी सी महसूस होती है. दरअसल, इन सबके पीछे सोने के पैटर्न का बहुत बड़ा रोल है. हमारा सोने का पैटर्न क्या है, हम कितनी देर सोते हैं, हमारी नींद की गुणवत्ता कैसी है, इन सब बातों में लिए सोने की करवट का महत्वपूर्ण योगदान है. सबसे बड़ी बात यह है कि सोने की करवट से पाचन तंत्र का भी सीधा संबंध है. ऐसे में यह सवाल लाजिमी है कि किस करवट सोने से हमारी हेल्थ सही रहेगी और किस करवट सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?
करवट लेकर सोना क्यों है फायदेमंद?
हॉपकिंस मेडिकल यूनिवर्सिटी के मुताबिक, युवा उम्र तक सोने की करवट से शरीर को कोई खास नुकसान नहीं होता है. इसका कारण है कि इस उम्र तक पाचन तंत्र बहुत मजबूत रहता है और इम्यूनिटी भी बूस्ट रहती है. हालांकि, यदि इस उम्र में भी पाचन संबंधी परेशानियां हैं या बैक पेन संबंधी समस्याएं हैं तो सोने की करवट से इन परेशानियों पर फर्क पड़ सकता है. इसलिए रिपोर्ट में कहा गया है कि टीनएज से ही यदि हम करवट लेकर सोएं तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर है. करवट लेकर सोना हर हाल में पेट के बल सोने से कहीं ज्यादा फायदेमंद है. वहीं अगर पीठ पीछे कर यानी पीठ बिस्तर की तरफ हो, तो वो करवट भी हेल्थ के लिए बेहतर है. अब अगर करवट में किस करवट सोना ज्यादा फायदेमंद है, यह जानना भी जरूरी है.
बाईं करवट सोने से ज्यादा फायदा
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक, बाईं करवट सोना हेल्थ के लिए हर हाल में सही है. सोने की पोजीशन का सीधा संबंध हमारी हेल्थ से है. हम किस करवट सो रहे हैं, यह सीधे हमारे दिमाग से लेकर हमारी आंत तक को प्रभावित करती है. विज्ञान भी मानता है कि बाईं करवट सोने से कई तरह के फायदे हैं. ऊपर से हमारी बॉडी सुव्यवस्थित दिखाई देती है, लेकिन अंदर से हमारे शरीर के अंग इतने सुव्यवस्थित नहीं रहते, इसलिए हम अपने शरीर को किस तरह से रखते हैं, इसका असर हमारे पूरे शरीर पर पड़ता है. सबसे ज्यादा असर पेट के मूवमेंट पर पड़ता है. जिन लोग पेट से संबंधित परेशानियां हैं, उनके लिए सोने की करवट बहुत मायने रखती है. जब आप रात में लेफ्ट करवट सोते हैं तो गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से आंत का मूवमेंट नीचे की तरफ होता है और इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और शरीर का वेस्ट आसानी से बाहर आ जाता है.
लेफ्ट साइड सोने के फायदे
1.डाइजेशन होता है मजबूत-लेफ्ट साइड सोने से डाइजेशन में बहुत मदद मिलती है. इसमें छोटी आंत आसानी से भोजन को पचाकर बड़ी आंत में पहुंचा देती है. नेचर जर्नल में छपी एक रिसर्च में दावा किया गया कि साइड की तरफ करवट लेकर सोने से हार्टबर्न की समस्या नहीं होती है और अगर होती भी है तो करवट लेकर सोने से जल्दी कम हो जाता है.
2.ब्रेन हेल्थ हेल्दी-अगर आप साइड करवट लेकर सोएंगे तो ब्रेन हेल्थ में मजबूत रहेगा. रिसर्च के मुताबिक साइड करवट लेकर सोने से दिमाग में बने टॉक्सिन शीघ्रता से बाहर निकल जाता है.
3.खर्राटे से राहत-साइड की तरफ सोने से जीभ गले की तरफ नहीं फिसलती, जिसके कारण एयर को पास होने में दिक्कत नहीं होती. अगर करवट लेकर सोने से भी खर्राटा कम नहीं हो रहा है तो इसका मतलब है कि आपको गंभीर दिक्कत है. इसके लिए डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए.
4. ज्वाइंट पर जोर नहीं पड़ता-साइड की तरफ करवट करके सोने से हड्डियों के जोड़ पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता, जिससे बाद में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्याओं का जोखिम कम हो जाता है.
इन लोगों को करवट लेकर सोने से होता है फायदा
1.प्रेग्नेंट महिलाओं को साइड करवट लेकर सोने से फायदा होता है.
2.जिन लोगों को एसिड रिफ्लक्स की समस्या है, उन्हें साइड स्लीपिंग से फायदा होगा.
3.बैक-पेन की समस्या से भी राहत मिलती है.
4.बुजुर्गों को साइड करवट सोने से फायदा मिलेगा.