एमपी में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों में महिलो वोटर को रिझाने जबरदस्त होड़ मची हुई है। बीजेपी लाडली बहना योजना की प्रक्रिया पूरी हुई नही कि तो कांग्रेस नारी सम्मान योजना लेकर आ गई है। देखना यह है कि दोनों पार्टियों में से महिलाओं किसका भरोसा जीत पाती है।
यह कहना गलत नही होगा कि मध्य प्रदेश में चुनावी बिसात बिछने लगी है और सियासी मोहरे जमाए जा रहे हैं। राज्य की राजनीति के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस में आधी आबादी के वोटरो पर लगाने होढ़ मचने लगी है। यही कारण है कि कोई लाडली बहना की बात कर रहा है तो कोई नारी सम्मान की। महिलाओं के वोट को अपने पाले में करने के लिए दोनो पार्टी कोई कसर नही छोड़ना चाहती है। इसको ध्यान में रखते हुए बीजेपी की लाडली बहना योजना के जवाब में 9 मई को कांग्रेस ने नारी सम्मान योजना लॉन्च कर दी।
अगर हम एमपी के कुल वोटरो की बात करे ताक मतदाताओं में महिला वोटरों की संख्या लगभग आधी है। इसीलिए किसी भी राजनीतिक दल के लिए अगर चुनाव जीतना है तो महिलाओं को अपने पक्ष मे करना जरूरी है। 2018 मे हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे अब भी रह-रह कर दोनों दलों को आगाह कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों ही दलों को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। यही कारण है कि दोनों ही दल सियासी दांव चलने के मामले में पीछे नहीं हैं।
भाजपा की शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ने महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना को अमलीजामा पहनाया है। इसके तहत पात्र महिलाओं ने आवेदन किया और 10 जून से महिलाओं के खाते में राशि ढलने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। इस योजना में पात्र महिलाओं के लिए कुछ शर्तों का भी निर्धारण किया गया है। अनुमान है कि ढाई करोड़ महिला मतदाताओं में से लगभग एक करोड़ महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल सकता है।
राज्य सरकार की लाडली बहना योजना से कुछ महिलाओं की नाराजगी भी सामने आने की आशंका को ध्यान में रखकर कांग्रेस ने नारी सम्मान योजना का ऐलान किया है और पार्टी इस योजना की शुरूआत नौ मई से कर दी है। जिसमें महिलाओं से आवेदन जमा कराए जाएंगे। इसके लिए कोई शर्त नहीं रखी गई है अर्थात सभी महिलाएं पंजीयन करा सकेंगी। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओं को पंद्रह सौ रुपये हर महीने देंगे और रसोई गैस सिलेंडर पांच सौ रुपये में मिलेगा।