भाग प्रभारी और विशेष पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं) योगेश मुद्रुल ने हाल ही में शहडोल में एक अहम समीक्षा बैठक की। इस बैठक में संभाग के अपराध, कानून-व्यवस्था और पुलिस की जनकल्याणकारी योजनाओं की स्थिति पर चर्चा की गई। बैठक में शहडोल जोन के पुलिस महानिरीक्षक अनुराग शर्मा, शहडोल के एसपी रामजी श्रीवास्तव, उमरिया की एसपी श्रीमती निवेदिता नायडू और अनूपपुर के एसपी मोती उर रहमान शामिल हुए।
कई महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर हुई बात
समीक्षा बैठक में कई और जरूरी मुद्दों पर भी चर्चा की गई। खास तौर पर गंभीर अपराधों और बार-बार अपराध करने वालों की जमानत रद्द करने, लाउडस्पीकर के उपयोग पर नियंत्रण रखने और साइबर अपराध को लेकर लोगों को जागरूक करने की योजनाएं बनाई गईं। एसपी रामजी श्रीवास्तव ने कहा कि हमें हर स्तर पर अभियान चलाने होंगे ताकि अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को सही तरीके से लागू किया जा सके।
बैठक में यह भी तय हुआ कि नशे पर रोक लगाने के लिए खास अभियान चलाए जाएं और एनडीपीएस एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई हो। इसके अलावा, शहडोल संभाग के सभी थानों में जब्त किए गए वाहनों और पुराने ई-वेस्ट को हटाने के लिए भी विशेष अभियान चलाने का प्रस्ताव रखा गया।
दिए गए ये निर्देश
बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खाली पदों को जल्द भरा जाए। साथ ही, सरकारी आवासों और पुलिस वाहनों की कमी को दूर करने के लिए जरूरी प्रस्ताव भेजे जाएं। उमरिया की एसपी निवेदिता नायडू ने कहा, “हमें यह तय करना होगा कि हमारे पुलिसकर्मी सभी जरूरी संसाधनों के साथ काम करें ताकि वे जनता की बेहतर सेवा कर सकें।”
बैठक का समापन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा देने के निर्देशों के साथ हुआ। यह भी जोर दिया गया कि पुलिस सिर्फ अपराध से निपटने में ही नहीं, बल्कि उनके खुद के भले के लिए भी काम किया जाए।
इन सभी उपायों से शहडोल संभाग में पुलिस व्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया गया है। इससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित की जा सकेगी। विशेष पुलिस महानिदेशक योगेश मुद्रुल के नेतृत्व में इस तरह की बैठकें आगे भी होती रहेंगी, जिससे पुलिस और आम जनता के बीच बेहतर संबंध बन सके।