इस दिनों ग्राम पंचायत झरखेड़ा सुर्खियों में है। कारण यह है कि वहां के पूर्व सरपंच और सचिव ने कीमती जमीन को खुर्द-बुर्द कर दिया। यह बात जांच में भी साबित हुई है।उधर, तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने जनपद पंचायत सीईओ नमिता बघेल को पत्र लिखा था। इसके बाद जिला पंचायत CEO ने 30 जुलाई 2024 को आरोपी पूर्व सरपंच सविता सुरेश विश्वकर्मा, सचिव मनोहर मेवाड़ा सहित जिम्मेदारों पर FIR दर्ज के आदेश दिए। बावजूज इसके मामला दर्ज नहीं हुआ।
वहीं, अब आशीष तिवारी ने लोकायुक्त और कमिश्नर कार्यालय में मामले की शिकायत की है। तब जाकर इस मामले में लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू ने उच्च अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। सीहोर जिला पंचायत के प्रभारी नितिन टाले का कहना है कि दूसरे पक्ष ने नए तथ्य कलेक्टर के सामने लाए हैं, उन तथ्यों पर जांच की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।