मामा की छवि कोई जुमला नहीं
शिवराज सिंह चौहान की राजनीति में ‘मामा’ की छवि कोई चुनावी जुमला नहीं, बल्कि जनता के प्रति उनकी लगातार दिखती संवेदनशीलता का प्रतीक बन गई है। बच्चों की पढ़ाई हो, बेटियों की शादी, किसानों की फसल या फिर किसी गरीब की बीमारी। उन्होंने कई बार इस बात को साबित किया है। रविवार को भी जनसंवाद के दौरान बुधनी तहसील के ग्राम तालपुरा में इसी प्रकार का दृश्य देखने को मिला। वे सिर्फ भाषण देने वाले नहीं, बल्कि ज़मीन पर काम करने वाले जननेता हैं। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग शिवराज सिंह की सराहना कर रहे हैं। कई यूज़र्स ने लिखा ‘ऐसे नेताओं की जरूरत है जो पीड़ित की आंखें पढ़कर मदद कर सकें। तालपुरा गांव में भी लोग कहने लगे नेता तो बहुत देखे, लेकिन ‘मामा’ जैसा कोई नहीं।
बुधनी के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को बुधनी में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि लगभग 700 करोड़ की लागत से बन रहे इस मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तरों वाला सर्व सुविधायुक्त अस्पताल भी शामिल है। मेडिकल कॉलेज का 68 प्रतिशत काम पूरा हो गया है और जून 2026 तक पूरा हो जाएगा। यह सौगात केवल बुधनी के लिए नहीं है। यह ऐसा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल होगा, जिसका लाभ नर्मदापुरम सहित आसपास के पूरे क्षेत्र और जिलों को भी मिलेगा।