अब मनरेगा में महिला मेट की भी तैनाती की गई है। यह महिला मेट जीविका के द्वारा नियुक्त की गयी है। 20 से 40 श्रमिकों पर एक महिला मेट की नियुक्ति हुई है। जिसका प्रशिक्षण जनपद सभाग्रह में 64 पंचायतों के महिला मेट का प्रशिक्षण दिया गया।
महिला मेट प्रशिक्षण का उद्घाटन जनपद सीईओ संदीप कुमार डाबर के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। सभी महिला मेट को प्रशिक्षण दिया गया। इसमें उनके कार्यों व दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। हरि कृष्ण नायक सहायक यंत्री ने बताया कि महात्मा मनरेगा के तहत महिलाओं की सहभागिता को बढ़ाने के लिए विभाग ने यह कदम उठाया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका व उनकी भागीदारी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जीविका के स्वयं सहायता समूह की सदस्य को महिला मेट बनाया गया है। इसमें चयनित महिलाएं अपने कार्यों को गंभीरता से समझ लें। प्रत्येक दिन महिला मेट मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों के स्थान पर जाएंगी। मजदूरों को प्रतिदिन कितना काम करना है। इसके बारे में बताया जाएगा। शाम के समय उनके कार्यों की जांच करेंगी। निर्धारित प्रपत्र में सारी जानकारियां भरकर अपने पास सुरक्षित रखेंगी। पहले दिन से मस्टर रोल के कार्य को पूर्ण कराना है। महिला मेट को लगभग 310 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान मिलेगा। समूह की सदस्यों के लिए यह अच्छा अवसर है। सभी प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारियों को समझ लें। इससे कार्य करने में आसानी होगी।
मेट बहाली में पंचायत क्षेत्र के निवासी होना होगा अनिवार्य
सूत्रों की माने तो मेट की बहाली में पैनल निर्माण के लिए वांछित योग्यता व कार्यानुभव मायने रखेगा। अनुभव के आधार पर उन्हें अलग से अंक दिये जाएंगे। नियुक्ति के समय उस अंक को भी जोड़ा जाएगा। अभ्यर्थियों की उम्र पैनल निर्माण के वर्ष में पहली जनवरी को 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। आवेदकों को कम से कम दसवीं पास होना चाहिए। हिन्दी लिखने व पढ़ने तथा गणित का सामान्य ज्ञान होना चाहिए। जिस ग्राम पंचायत के लिए मेट के लिए पैनलीकृत किया जा रहा है, अभ्यर्थियों को उसी ग्राम पंचायत का निवासी होना अनिवार्य होगा।
20-40 श्रमिकों पर दिए जाएंगे एक मेट
रंजना सोलंकी रोजगार सहायक ने बताया कि योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति के बाद कार्यकारी एजेंसी गांव के प्रशिक्षित मेटों को संबंधित योजनाओं के लिए कार्यादेश के माध्यम से सूचित करेंगे। पंचायत तकनीकी सहायक कार्य प्रारंभ करने के समय तथा कार्य किए जाने के दौरान बीच-बीच में किए जाने वाले योजनाओं के प्राक्कलन व डिजाइन के संबंध में मेट का मार्गदर्शन करेंगे। 20-40 श्रमिकों के लिए एक मेट कार्यस्थल पर रखा जाएगा।