PM Modi in Yam Niyam : क्या हैं ‘यम नियम’ जिनका PM मोदी कर रहे प्राण प्रतिष्ठा के लिए पालन

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अयोध्या: जहां अयोध्या (Ayodhya) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Inaugration) में अब बस कुछ गिनती के कुछ दिन शेष हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कठोर यम-नियम (Yam Niyam) का पूरी श्रद्धा से पालन कर रहे हैं। जी हां, PM मोदी ने बीते आठ दिनों से ‘अन्न’ त्याग दिया है। दरअसल प्रधानमंत्री ने इस अनुष्ठान के लिए अन्न-जल दोनों का त्याग किया है। जल के स्थान पर प्रधानमंत्री फिलहाल एक नारियल पानी का ही सेवन कर रहे हैं।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की मूर्ति के लिए मुख्य यजमान हैं। ऐसे में एक शास्त्रों में ऐसा नियम है कि, मूर्ति स्थापना के मुख्य यजमान को कुछ कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है, जिसे शास्त्रों में ‘यम नियम’ (Yam Niyam) कहते हैं।ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी अब 11 दिनों तक यम नियम के पालन करने का संकल्प लिया है और वे 12 जनवरी से इस नियम का पालन कर रहे हैं। लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि आखिर यम नियम होता क्या है और इसमें किन नियमों का पालन करना होता है

क्या है ‘यम नियम’

जानकारी दें की शास्त्रों के अनुसार मूर्ति स्थापना या मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को बहुत ही पवित्र प्रक्रिया माना गया है। इस बाबत कुछ कठोर नियम बनाए गए हैं। इन ख़ास नियमों का संबंध सीधे शास्त्रों से होता है। अष्टांग योग के 8 भाग (यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, भजन और समाधि) में यम नियम सबसे पहला नियम है।

हालांकि वहीँ कुछ लोग यम नियम को बोद्ध धर्म के पांच सिद्धांत (अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह) भी मानते हैं। यम नियम में यजमान को प्रतिदिन स्नान, अन्न त्याग, बिस्तर पर सोने का त्याग आदि जैसे कठोर नियम होते हैं। फिलहाल PM मोदी भी व्रत-संकल्प के साथ इन धार्मिक और शास्त्रीय नियमों का पालन कर रहे हैं।

PM मोदी के यम नियम का आज 8वां दिन

  • जानकारी हो कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कठोर यम-नियम का पालन कर रहे हैं। बीते आठ दिनों से PM मोदी ने अन्न का त्याग किया हुआ है। वहीं वे जल के स्थान पर एक नारियल पानी का सेवन कर रहे हैं।
  • यम नियम के कठोर नियमों का पालन करते हुए पम नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए यजमान के सभी आवश्यक नियमों का पालन कर रहे हैं और तपश्चर्या के सभी नियमों का पालन कर रहे हैं।
  • 11 दिनों के यम नियम के साथ ही प्रधानमंत्री अपने सरकारी कामकाज और यात्रा विशेष तौर पर सुदूर दक्षिण के मंदिरों में पूजा अर्चना भी कर रहे हैं। ये सभी मंदिर प्रभु राम के जीवन में अहम पड़ाव रहे हैं। वहीँ सूत्रों के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी को अलग-अलग 45 नियमों का पालन करना है, इन नियमों के तहत ही जमीन पर सोना होता है।

क्या है शास्त्रों में नियम

शास्त्रों में कहा गया है कि यदि मानव भी यम और नियम का पालन करे तो उसके मन की समस्त बुराइयां दूर हो सकती हैं। ‘यम’ दरअसल एक प्रकार से नियत कानून की तरह है और ‘नियम’ उस कानून को लागू करने वाली एक प्रक्रिया। इस स्वाध्याय द्वारा व्यक्ति अपने स्वयं का अध्ययन करता है।

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