
दर्शन सिहं चौधरी जी का जन्म किसान परिवार मे श्री नारायण सिहं जी चौधरी के चतर्थु पुत्र के रुप में 14 अक्टूबर 1975 को दशहरे के दिन ग्राम-चांदौन, तहसील-बनखेड़ी, जिला-होशंगाबाद, मध्य प्रदेश में हुआ। बनखेड़ी ब्लॉक के छोटे से ग्राम जादौन के रहने वाले दर्शन सिंह किसान परिवार से हैं वह अपना शिक्षक का पद छोड़कर किसानों के सारथी बने हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्वयंसेवक भी रहे उन्होंने भारतीय किसान संघ में जिम्मेदारी एवं भूमिका किसान संघ बनखेड़ी ब्लाक अध्यक्ष 2002 से 2005 तक जिम्मेदारी निभाई।
- बाल्यकाल से ही राष्ट्रीय भावना से अभिप्रेरित होते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शाखा मुख्य शिक्षक, खंड कार्यवाहक का दायित्व निभाते हुए संघ शिक्षा वर्ग में द्वितीय वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
- अविवाहित रहते हुए राष्ट्र सेवा एवं समाज सेवा में अपना जीवन समर्पित किया है।
- भारतीय किसान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर प्रदेश मंत्री की जिम्मेदारियों को संभाला है।
- किसानों के साथ मजदूरों को जोड़ते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ की स्थापना की।
- किसानों के हक अधिकारों के लिए न्यायिक संघर्ष करते हए 7 बार जेल गए।
- चूंकि शिक्षक थे इसलिए शिक्षकों के अधिकारों की मांगों को लेकर विकासखंड से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए 4 बार जेल गए।
- राज्य शिक्षक संघ के माननीय संरक्षक हैं।
- सामूहिक आदर्श विवाह सम्मेलनों के माध्यम से 2200 कन्याओं का विवाह करवाया है।
- भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा में प्रदेश उपाध्यक्ष के दायित्व को संभालते हुए किसान मोर्चा के जिला , संभाग एवं प्रदेश स्तरीय कार्यक्रमों और प्रशिक्षण शिविरों मैं निर्णायक भूमिका निभाई हैं।
- प्रदेश समन्वयक की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए प्रदेश के विभिन्न आंदोलनों में मध्यस्थता करते हुए आंदोलनकारी एवं शासन के बीच श्रेष्ठ समन्वय स्थापित किया है।