पूरे जिले में बने 94 केंद्र, अब तक नहीं हुई सर्वेयरों की नियुक्ति
जानकारी के मुताबिक संपूर्ण जिले के किसानों द्वारा 90 हजार हैक्टेयर में मूंग का पंजीयन कराया गया है। मूंग उपार्जन के लिए 94 केंद्रों की स्थापना की गई । दूसरी ओर अभी तक मूंग खरीदी के लिए सर्वेयरों की नियुक्ति भी नहीं की गई है। सर्वेयर नियुक्त नहीं होने की स्थिति में एफएक्यू मूंग का निर्धारण कौन करेगा। इसके अतिरिक्त गोदामों पर अभी तक बारदाना, हम्माल व तौल कांटा भी नहीं पहुंच पाया है। उक्त व्यवस्था में अभी भी तीन से चार दिन का समय लगना लाजमी है।
गोदाम संचालकों का विरोध, लगातार बरसात से बढ़ेगी मुसीबत
मूंग खरीदी से पूर्व ही गोदाम संचालकों द्वारा अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों को उपार्जन नीतियों में संशोधन किए जाने के संबंध में ज्ञापन सौंपा जा चुका है। लेकिन सरकार ने इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया है। गोदाम संचालकों का कहना है कि क्षेत्र में एक पखवाड़े से बरसात का दौर जारी है, जिससे मूंग में नमी अधिक निर्मित हो चुकी है। यदि मूंग की खरीदी करते हैं तो मूंग सूखेगा, जिसका खामियाजा हमें ही भुगतना होगा। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा मूंग का किराया भी अब तक नहीं दिया गया है। साथ ही सरकारी सर्वेयरों की नियुक्ति नहीं किए जाने व पूरी जिम्मेदारी में अंत में वेयर हाउस मालिक पर ही सौंपे जाने का विरोध संचालकों द्वारा किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में भी मूंग खरीदी पर संशय की स्थिति निर्मित हो रही है।