
सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का शैक्षणिक ब्यौरा अब अपार आईडी से महज एक क्लिक में मिल सकेगा। इसके लिए जिला शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जा रही है। इस आईडी में विभागीय स्तर पर विद्यार्थियों का विस्तृत शैक्षणिक विवरण एकत्र किया जा सकेगा।
वन नेंशन वन स्टूडेंट आईडी योजना के तहत यह कार्य किया जा रहा है। इसे पूरा करने के लिए 30 नवंबर तक का लक्ष्य रखा गया है जिसमें अब मात्र पांच दिन शेष रह गए हैं। इसके बाद डिजिटल प्लेटफार्म पर संबंधित विद्यार्थी की हमेशा के लिए आईडी बन जाएगी। जिले के समस्त स्कूलों में कई दिन से यह प्रक्रिया चल रही है।
इससे भविष्य में कालेजों में दाखिला लेते समय विद्यार्थियों को किसी प्रकार की मुश्किल नहीं आएगी, वहीं सरकारी नौकरी के समय कोई मार्कशीट से छेड़खानी नहीं कर पाएंगे। यू डाइस प्लस पोर्टल के माध्यम से आटोमेटेंड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री अर्थात अपार आईडी का सृजन किया जा रहा है। इसमें बच्चों से संबंधित सारा विवरण दर्ज किया जाएगा।
अपार आईडी के माध्यम से रोजगार व अन्य नौकरियों में सेवायोजक को आसानी होगी। इस आईडी के माध्यम से वह आवेदक से जुडी सारी जानकारी आसानी से देख सकेंगे। दीपक वर्मा ने बताया कि अपार आईडी के लिए विद्यार्थी के पास आधार कार्ड अवश्य होना चाहिए।
साथ ही यू डाइस प्लस पर विद्यार्थी का डाटा स्कूल द्वारा सत्यापित होना चाहिए। यू डाइस पोर्टल पर माता-पिता,अभिभावक का सही मोबाइल नंबर उपलब्ध होना चाहिए। जिन विद्यार्थियों का आधार कार्ड नहीं है, उन्हें अविलंब आधार कार्ड बनवा लेना चाहिए। इसके बिना अपार आइडी जनरेट नहीं होगी।
अपार आईडी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें भारत सरकार की और से स्कूली शिक्षा में अध्यनरत सभी छात्र-छात्राओं के लिए 12 अंकों का एक यूनिक नंबर जारी किया जाएगा। परमानेंट एजुकेशन नंबर के आधार पर तैयार इस आईडी को आधार कार्ड से भी जोड़ा जाएगा। इसकी सहायता से भविष्य में सभी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की शैक्षिक प्रगति की ट्रेकिंग की जा सकेगी।
ड्रापआउट बच्चों की जल्द होगी पहचान
अपार आईडी का विशेष पहलू यह है कि इस प्रक्रिया में अलग से सत्यापन करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। वहीं इसके माध्यम से छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व का आकलन भी अपेक्षाकृत बेहतर और सुगम तरीके से किया जा सकेगा। स्कूल के दौरान बीच में पढ़ाई छोड़ चुके ड्रापआउट बच्चों की पहचान भी अपार आईडी के माध्यम से हो सकेगी।
सभी स्कूलों के विद्यार्थी होंगे पंजीकृत
नोडल अधिकारी अजय मीना ने देनवा पोस्ट को बताया कि इस योजना के तहत जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को विद्यालयों में पंजीकृत किया जाना है। ऐसे करीब एक लाख पचास हजार छात्र-छात्राओं सहित निजी विद्यालयों के करीब 75हजार विद्यार्थियों को भी इस योजना के तहत पंजीकृत किया जाएगा। इस प्रकार जिले के सभी राजकीय विद्यालय,निजी विद्यालय,माडल स्कूल, पीएमश्री स्कूल, सीबीएसई बोर्ड, मप्र बोर्ड आदि से जुड़े हुए छात्र-छात्राओं को अपार आईडी के माध्यम से जोड़ा जाएगा।