Makhan nagar : इस बीमारी से ग्रसित मरीजो की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है , यह एक संक्रमण है जो कंजंक्टिवा मे सुजन के कारण होता है, कंजंक्टिवा एक आँख की पर्त होती है, जो आँख के सफेद भाग व पलको के आंतरिक पर्त को कवर करती है ! मानसून के दौरान कम तापमान और ज्यादा नमी के कारण लोग बैक्टीरिया वायरस और एलर्जी के संपर्क मे आते है जो की एलार्जिक रिएक्शन और आई इंफेक्संन् जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते है ! खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चे इस बीमारी के ज्यादा शिकार हो रहे है …
आई फ्लू के शुरुआती लक्षण
आई फ्लू ज्यादा गंभीर बीमारी नही है और आँख को कोई स्थाई नुकसान पहुचाये बिना एक या दो हफ्ते मे ठीक भी हो जाता है लेकिन आपको इसके लक्षणों को नजरंदाज नही करना चाहिए
-आँखो का लाल हो जाना
-आँखो मे सफेद कीचड़ आना
-आँखो मे पानी बहना
-आँखो मे सुजन हो जाना
-आँखो मे खुजली व दर्द का होना
कंजंक्टिवाइटिस से करे इस तरह आँखो का बचाव
- यह बीमारी एक दूसरे के संपर्क मे आने व छुवाछूत से फैलती है।
- इसके बचाव के लिए हांथो मे स्वच्छता बनाये रखे और अपने हाथ बार बार धोये दूषित हाथो के कारण ही
कंजंक्टिवाइटिस फैलता है। - अपने तौलिये को बार बार धोये और साफ कपड़े पहने यह संक्रामक है, इसलिए जिन लोगो को आई फ्लू है उनके साथ करीब जाने से बचे ।
- आँखो के मेकअप और तौलिये जैसी निजी वस्तुये को साझा करने से बचे अपने तकिये के कवर को बार बार बदले काला चस्मा लगाकर रखे टीवी या मोबाइल ज्यादा न देखे।
डॉ आर के वर्मा (नैत्र चिकित्सक जिला अस्पताल नर्मदापुरम)