मुख्य पड़ाव — टाइमलाइन
26 मई 2014: नरेंद्र मोदी ने भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
2014–2019: पहले कार्यकाल में स्वच्छ भारत अभियान, जन-धन योजना, उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं की शुरुआत।
2016: नोटबंदी की घोषणा (8 नवंबर)।
2017: GST लागू किया गया — ऐतिहासिक कर सुधार।
2019: दूसरी बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में वापसी।
5 अगस्त 2019: अनुच्छेद 370 हटाया गया (जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा समाप्त)।
2020: कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन और वैक्सीनेशन मिशन।
2021: तीन कृषि कानूनों की वापसी के फैसले की घोषणा।
2024: तीसरी बार प्रधानमंत्री बने — लगातार तीन लोकसभा चुनाव जीतने वाले नेहरू के बाद दूसरे नेता बने।
25 जुलाई 2025: 4,078 दिन लगातार प्रधानमंत्री रहने का कीर्तिमान — इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ा।
क्या है मोदी युग की विशेषता?
प्रमुख उपलब्धियाँ
राजनीतिक स्थिरता: तीन बार बहुमत की सरकार बनाकर दुर्लभ उदाहरण पेश किया।
विकास और योजनाएँ: उज्ज्वला, आयुष्मान भारत, जनधन, डिजिटल इंडिया, PM आवास योजना जैसी जनहित योजनाओं की शुरुआत।
राष्ट्रवाद और सुरक्षा: सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, नागरिकता कानून जैसे मुद्दों पर सशक्त निर्णय।
बाहरी छवि: वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को सशक्त बनाया।
मुख्य आलोचनाएँ
लोकतंत्र की संस्थाओं पर नियंत्रण: विपक्ष ने बार-बार न्यायपालिका, मीडिया और संवैधानिक संस्थाओं पर हस्तक्षेप के आरोप लगाए।
सामाजिक ध्रुवीकरण: NRC, CAA जैसे मुद्दों पर देशभर में विरोध।
महंगाई और बेरोजगारी: आर्थिक मोर्चे पर कई बार सवाल उठे हैं, खासकर युवाओं की रोजगार दर को लेकर।
कृषि आंदोलन और किसान नीतियाँ: कृषि कानूनों की वापसी से नीतिगत कमजोरी उजागर हुई।
क्या मोदी नेहरू को पीछे छोड़ सकते हैं?
जवाहरलाल नेहरू का लगातार प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड 6,130 दिनों (17 साल से अधिक) का है।
यदि नरेंद्र मोदी 2029 तक लगातार पद पर बने रहते हैं, तो वे यह रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं।