रविवार से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है, जो पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। दो दिन बाद प्रदेश में असर देखने को मिल सकता है। इससे पहले शनिवार को भोपाल, इंदौर-उज्जैन में धूप खिली रही तो शहडोल, रीवा, सीधी, मऊगंज, अनूपपुर आदि जिलों में ओले, बारिश और आंधी चली। सीधी में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। जिससे चना, मसूर, अरहर और गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है।
प्रदेश के 15 जिलों में बारिश, ओले भी गिरे
इससे पहले शुक्रवार-शनिवार को प्रदेश में बारिश और आंधी की स्थिति बनी रही। कहीं ओले गिरे तो कहीं बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, शहडोल, अनूपपुर, सीधी, सतना, कटनी, सिंगरौली, दमोह, पन्ना, डिंडौरी, उमरिया, सागर, बालाघाट, सिवनी, जबलपुर, रीवा में बारिश और आंधी चली। 55 से अधिक शहर या कस्बों में मौसम का असर देखा गया। सागर, उमरिया समेत कई जिलों में ओले भी गिरे। वहीं, सिंगरौली में 54 किमी, रीवा में 39 किमी, जबलपुर में 34 किमी, मंडला-सागर में 30 किमी और छिंदवाड़ा में 28 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली।
अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम
23 मार्च: इस दिन मौसम साफ रहेगा। कहीं भी बारिश होने का अलर्ट नहीं है।
24 मार्च: इस दिन भी तीखी धूप खिली रहेगी। बारिश का अलर्ट नहीं है।
27 मार्च के बाद चल सकती है लू
मौसम विभाग के अनुसार 27 से 31 मार्च के बीच प्रदेश में फिर से गर्मी का असर देखने को मिलेगा। कुछ इलाकों में लू भी चल सकती है। कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। सामान्यतः दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक अधिक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।