विधायक उमंग सिंघार ने हनुमानजी को आदिवासी बताया है।
पूर्व वन मंत्री और धार जिले के गंधवानी विधायक उमंग सिंघार ने हनुमानजी को आदिवासी बताया है। उन्होंने कहा है कि भगवान श्रीराम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे, जिन्हें वानर बता दिया गया है। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मामला अब गर्माएगा और इस पर बयानबाजी शुरू हो जाएगी।
जानकारी के अनुसार गंधवानी विधायक उमंग सिंघार धार जिले के बाग में जननायक भगवान बिरसा मुंडा की 123वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। सिंघार ने राम-राम से अपनी बात शुरू की। कहा है कि भगवान श्री राम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे। कहानीकारों ने उन्हें वानर बता दिया गया है। भगवान श्री हनुमान भी आदिवासी हैं। हम बिरसा मुंडा के वशंज हैं, हम टंट्या मामा के वशंज हैं, हम हनुमानजी के वंशज हैं। हमें आदिवासी होने पर गर्व है।
वाहन रैली निकाली
कांग्रेसी विधायक और पूर्व मंत्री उमंग सिंगार द्वारा एक विशाल वाहन रैली निकालकर केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। जननायक बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर बाग नगर के विजय स्तंभ चौराहे से उमंग सिंगार के नेतृत्व में जोबट फाटे तक एक विशाल वाहन रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की तादाद में दुपहिया वाहन से आदिवासी युवकों के साथ कांग्रेसी जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।
सरकार के पास पैसा कहां है, जो लाडली बहनों को देंगे
उमंग सिंगार ने सभी में केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के लिए पैसा एक्ट तो सरकार ने लागू कर दिया, परंतु उसके कितने अधिकार ग्रामों को एवं पंचायतों को दिए। कितनी ही एफआईआर रोज दर्ज हो रही हैं, जबकि निर्णय ग्राम सभाओं में होने थे। केवल कागज पर ही कानून बनाया गया है। लाडली बहना योजना पर कहा कि सरकार के पास पैसा कहां है। न सरपंच के पास, न जिला पंचायत सदस्य के जनपद सदस्य के पास, ना विधायक के पास पैसा है। पैसा विकास यात्राओं में जा रहा है। पंचायतों से, छात्रावास अधीक्षकों से, टीचरों से, महिला समूह से पैसा लिया जा रहा है और विकास के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा। लाडली बहना के नाम केवल 4 महीने रुपया दिया जाएगा। रुपया होता तो साल भर का बजट क्यों नहीं पारित किया।