Mp Politics : आदिवासियों को पट्टे दिए जाने में गड़बड़ी, कमलनाथ बोले- Cm बने भ्रष्टाचार में नवाचार की पाठशाला

MP Politics: Irregularities in giving leases to tribals, Kamal Nath targeted Shivraj

कमलनाथ-शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)

मध्यप्रदेश की राजनीति जितनी इन दिनों धरातल पर हो रही है, उससे कहीं अधिक सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है। नेताओं का ट्विटर के जरिए एक दूसरे पर निशाना साधना सवाल पूछना जारी है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी एक बार फिर ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। उन्होंने श्योपुर में आदिवासी परिवारों को पट्टे दिए जाने में सामने आई गड़बड़ी के मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सीएम के सामने कई सवाल रखें। उन्होंने एक्स पर लिखा कि शिवराज जी, आप भ्रष्टाचार में नवाचार की पाठशाला बन गए हैं। आपने आदिवासियों पर अत्याचार की सारी हदें पार कर दी हैं। अब तक जनता आरोप लगाती थी, लेकिन अब तो सरकारी अधिकारी भी इस पर मुहर लगा रहे हैं। कमलनाथ आगे लिखते हैं कि आदिवासी बहुल श्योपुर जिले के कलेक्टर ने खुलासा किया है कि जिले में बड़े पैमाने पर बाहरी लोगों को अवैध पट्टे दिए गए हैं। आदिवासियों के नाम पर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के लोगों को पट्टे दे दिए गए हैं। इस घोटाले में आपकी पूरी सरकारी मशीनरी शामिल है। वहीं, पूर्व सीएम ने सीएम शिवराज से कुछ सवाल भी पूछे हैं।

कमलनाथ के सवाल 

आदिवासी समाज आपसे पूछता है कि आपने उनके हिस्से की ज़मीन क्यों हड़पी?

जब इतने समय से पट्टों की यह बंदरबांट चल रही थी तो आप ने चुप्पी क्यों साध रखी है?

खुद कलेक्टर के घोटाला उजागर करने के बाद भी आप ने खामोशी ओढ़ रखी है?

क्या आप बताएंगे कि आपकी कमिशनराज सरकार ने पट्टा घोटाला में कितना कमिशन खाया?

क्या आप बताएंगे कि ये पट्टे किन लोगों को दिए गए और भाजपा से उनका क्या सम्बंध है?

ये है मामला

आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र श्योपुर जिले में बहुसंख्या में सरकारी जमीन के पट्टे ऐसे लोगों को बांट दिए गए हैं जो मध्यप्रदेश के निवासी ही नहीं हैं। ऐसे लोगों में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कई लोग शामिल हैं। इन लोगों ने सरकारी अधिकारियों और पटवारी से सांठगांठ करके यह जमीन अपने नाम कर ली और अब उसे बेचने की फिराक में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस बात का खुलासा खुद कलेक्टर संजय कुमार की जांच पड़ताल में हुआ है। वहीं, खुलासा होने के बाद कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

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