मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी शनिवार को कांग्रेस ज्वॉइन करेंगे। दीपक जोशी ने अपने सोशल मीडिया के कवर पेज पर पिता जी तस्वीर लगाई। वह देवास स्थित घर से भोपाल के लिए परशुराम का फरसा लेकर निकले। जोशी ने भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाने के बाद पिता के सम्मान के लिए कांग्रेस ज्वॉइन करने का एलान किया था।
जोशी ने भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाने के बाद पिता के सम्मान के लिए कांग्रेस ज्वॉइन करने का एलान किया था।पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि समय ही हर बात सिद्ध करेगा। ईमानदारी मेरी विरासत है, मेरी पूंजी है, वो मेरे साथ है। प्रणाम पिताजी, जय हिंद। जय परशुराम, जय श्री राम। इधर, भोपाल में कांग्रेस ने दीपक जोशी के भव्य स्वागत की तैयारी कर रखी है। बड़े-बड़े होल्डिंग और बैनर लगाए हैं, इनमें लिखा है कांग्रेस परिवार में स्वागत है। बता दें इसे भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
दीपक जोशी के भाजपा से नाराजगी जाहिर करने के बाद भाजपा ने उनको बहुत मनाने के प्रयास किए।। बड़े-बड़े दिग्गजों ने उनको मनाने की कोशिश की, लेकिन वह सब नाकाम रहे है। दीपक जोशी ने सभी को मना कर दिया। जोशी ने दावा किया कि उनको अंतिम समय में भाजपा की तरफ से पिताजी के नाम पर सड़क, स्कूल, भवन का नामकरण करने का प्रलोभन भी दिया गया, लेकिन उन्होंने भाजपा छोड़ने का निर्णय ले लिया।
जोशी ने भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हमारी जमीन एक इंच नहीं बढ़ी। इन लोगों के पास बड़ी-बड़ी गाड़ियां कहां से आए गईं। जोशी ने भाजपा में शामिल होने को लेकर कहा कि उनके पिताजी के स्मारक के लिए कमलनाथ सरकार ने जमीन आवंटित करने में समय नहीं लगाया। दूसरी तरफ भाजपा की सरकार में वह दो साल से चक्कर लगाते रहे, लेकिन स्मारक बनाने के लिए स्वीकृति नहीं दी गई।
दीपक जोशी ने कहा कि वह अपने पिता के सम्मान के लिए भाजपा छोड़ रहे हैं। इस पार्टी में अब विचारधारा नहीं बची है। उन्होंने पद के लिए पार्टी छोड़ने का आरोप लगाने वालों को जवाब देते हुए कहा कि उनको ना तो राज्यसभा, लोकसभा का टिकट चाहिए, न संगठन में कोई पद चाहिए। न ही मंत्री पद चाहिए। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस से भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। यदि पार्टी लड़ाएगी तो सिर्फ शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुदनी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं।