
सीएम मोहन यादव
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी योगेंद्र चांदोलिया एवं उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी के समर्थन में जनसभाओं एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी बेमेल है, इनका कोई तालमेल नहीं है। समाजवादी पार्टी के स्व. मुलायम सिंह जी ने कांग्रेस पार्टी से हमेशा से नफरत की थी और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामना दी थी। अभी यह अवसर परस्ती की दोस्ती कितनी चलेगी, आप भी देखोगे, हम भी देखेंगे। राहुल गांधी सभाओं में संविधान की किताब दिखा रहे हैं। राहुल गांधी उस संविधान के बजाय दूसरी कोई किताब दिखाकर मूल संविधान और बाबा साहब की आत्मा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। वो पहले संविधान को समझ लें, उनकी दादी ने संविधान को अलग करके देश में आपातकाल लगाया था। बाबा साहब अंबेडकर ने 1950 में जो मूल संविधान लागू किया था, उसमें कांग्रेस की 5 पीढ़ियों ने सौ बार से ज्यादा संविधान संशोधन कर दिए। जिन्होंने खुद पाप किए वो दूसरे से कहां सर्टिफिकेट लेंगे।
सीएम ने कहा कि अब एक ही परिवार के लोगों को मौका देने का जमाना गया, अब तो गरीब और किसान परिवार से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री बन रहे हैं। बिहार और यूपी में एक ही परिवार वाले इतने चालू हैं कि वे सारे पद अपने ही घर में रख लेते हैं। घमंडिया गठबंधन के लोग कहते हैं कि मांस की दुकान खोलकर बैठ रहे हैं, तो इन्हें समस्या क्या है? पाकिस्तान की जनसंख्या 22 करोड़ है, उससे ज्यादा सदस्य तो हमारी भारतीय जनता पार्टी में है। अब कांग्रेस या आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी आएं तो पूछना कि हमारे धर्म से क्या परेशानी है, भगवान श्रीराम के मंदिर बनने में अड़ंगे क्यों लगाए।
मुख्यमंत्री ने कहा बिहार, यूपी में कुछ राजनीतिक दलों में परिवारवाद इतना हावी हैं कि वे सारे पद अपने ही घर में रख लेते हैं। किसी को मौका ही नहीं देते, लेकिन भाजपा में ऐसा नहीं होता है। अगर ऐसा होता तो मुझे कौन मौका देता। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने मुझे ये मौका दिया है। भाजपा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को लेकर चलती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उत्तरप्रदेश में कई दलों ने चार-चार बार सरकार बनाई, लेकिन आज तक वे मथुरा के अंदर भगवान श्रीकृष्ण को मुस्कुराहट नहीं दे पाए। जनता के पास वोट मांगने तो जाते थे, लेकिन वे भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण का मंदिर नहीं बनवा पाए। इतना ही नहीं ये तो इतने निष्ठुर है कि जब अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बन गया तो वहां पर अब तक दर्शन करने के लिए भी नहीं जा सके हैं। ऐसे कांग्रेसियों के साथ समाजवादी वाले दोस्ती करते हैं।