
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह
सिंह ने कहा कि बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई जैसे मुद्दों से भाजपा ध्यान भटकाना के लिए धर्म को हथियार बना रही है, लेकिन जनता समझ चुकी है। इस तरह के हथकंडों से भाजपा को कोई फायदा नहीं है। वे कर्नाटक में बजरंगबली को चुनाव में ले आए, लेकिन उसमें उनका फायदा नहीं हुआ। भाजपा किसी भी तरह जनता का ध्यान बांटने का कुटिल प्रयास कर रही है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे के कथित वीडियो के बारे में कहा कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर सवाल उठ रहे है। उन्हें इस मामले में बयान देना चाहिए। सिंह ने कहा कि मोदी सरकार से भी गरीब और मध्यम वर्ग परेशान है। सरकार ने बड़े उद्योगपतियों के 25 लाख करोड़ का कर्ज माफ किए है,लेकिन गरीब किसान, मजदूर, व्यापारी का एक रुपये का कर्ज भी माफ नहीं किया। 70 कार्पोरेट घरानों के पास के पास देश के बजट के बराबर संपत्ति है।
दरबार को बागी नहीं होना था
महू से बगावत कर चुनाव में उतरे कांग्रेस के पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि दरबार ने टिकट मांगा था, वे मापदंडों में फीट नहीं बैठ रहे थे। उन्हें पांच बार टिकट दिया। वे दो बार चुनाव जीते, तीन बार हारे।
उन्हें बागी होकर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मुस्लिमों को लेकर दिए गए बयान का मुद्दा उठाने पर सिंह ने कहा कि सिंह ने कभी नहीं कहा कि प्राकृतिक संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का हक है। यह झूठ भाजपा फैला रही है। भाजपा झूठ जोर से और बार-बार बोलती है।
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के चुनाव लड़ने पर सिंंह ने कहा कि विजयवर्गीय कलाकार है, लेकिन इस बार वे संकट में है। वे आजकल मीडिया में छाए हुए है, क्योकि वह हमसे भी ज्यादा विवादास्पद बयान देने लगे है।