यहां दिखा बीएसपी का असर
ग्वालियर चंबल से लेकर विंध्य तक बीएसपी का असर दिखाई दिया था। बुंदेलखंड की कुछ सीटों पर भी बीएसपी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। ग्वालियर बेल्ट पर सबलगढ़, अटेर, लहरा, ग्वालियर ग्रामीण, पोहरी, पिछोर, कोलारस, चंदेरी, मुंगावली ऐसी सीटें जहां बीएसपी ने तीसरे और दूसरे नंबर पर रह कर हार के अंतर से वोट हासिल किया था। इसके साथ ही बुंदेलखंड के टीकमगढ़, चंदला, राजनगर, छतरपुर विंध्य के अमरपाटन, त्यौंथर, गुन्नौर, माहूगंज, देवतालाब, चुरहट सीट पर भी बीएसपी ने अपना दम दिखाया था। इनके साथ ही सिहोरा, सांवेर और भोपाल दक्षिण पर भी इनका प्रभाव दिखाई दिया था।
इन सीटों पर जीजीपी का असर
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की बात करें तो विंध्य और महाकौशल में इस पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन करके बीजेपी कांग्रेस के प्रत्याशियों को परेशानी में डाल दिया था। जीजीपी ने मैहर, देवरी, जैतपुर, कोतमा, बांधवगढ़, बरघाट, केवलारी, टिमरनी, खातेगांव, मांधाता, में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। जीजीपी यहां तीसरे नंबर रही थी।
एसपी और आप
विंध्य के गुढ़ और सिंगरोली में समाजवादी पार्टी और आप का अच्छा प्रभाव देखने को मिला था। गुढ़ में समाजवादी पार्टी सेकंड पोजिशन पर रही थी। वहीं सिंगरोली में आप की उम्मीदवार रानी अग्रवाल ने तीसरे पायदान पर रहते हुए भी बड़ा वोट हासिल किया था। रानी को कांग्रेस लगभग बराबर ही वोट मिला था।
निर्दलीय उम्मीदवार
निर्दलीय उम्मीदवारों की बात करें तो ग्वालियर दक्षिण में समीक्षा गुप्ता ने 30 हजार वोट हासिल किए थे। जो जीत के अंतर से बहुत ज्यादा थे। कांग्रेस और बीजेपी में हार जीत का फैसला मात्र 24 वोटों से हुआ था, ऐसे में गुप्ता ने 30 हजार वोट प्राप्त किए थे। ऐसे ही नागोद में निर्दलीय ने 25 हजार, पथरिया में 27 हजार, जबेरा में 21 हजार अंबाहा में 29 हजार वोट प्राप्त किए थे।