देश में छह बार स्वच्छता में नंबर एक रहने के बाद अब इंदौर को मतदान में भी नंबर वन बनाने की तैयारी है। शहर की कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा अब मतदान में इंदौर को प्रदेश में पहले नंबर पर लाने की पहल की गई है। स्वच्छता में वर्ष 2017 से लगातार छह बार देश में प्रथम आने के बाद सातवीं बार के लिए इंदौर दौड़ में है। आगामी विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को घर से निकालकर वोट के लिए प्रेरित करने की मुहिम जारी है। नगर में कई स्थानों पर मतदान एक त्योहार के रूप मनाएं और अधिकाधिक मतदान में हिस्सा लेकर प्रदेश में पहली पायदान पर रहने के पोस्टर लगे हैं।
कई मामलों में अव्वल है इंदौर
इंदौर देश में कई मामलों में प्रथम है जैसे देश का पहला शहर जहां पर आईआईएम और आईआईटी हैं। स्वच्छता में 6 बार से प्रथम, स्मार्ट सिटी में पहले नंबर पर, पहला कचरा ट्रीटमेंट प्लांट, जो एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है, जिसमें गीले कचरे से सीएनजी गैस बनाई जा रही है तथा ग्रीन बांड जारी करने वाला देश का दूसरा निगम है।
जी—20 बैठक व प्रवासी सम्मेलन की मेजबानी की
इंदौर प्रवासी भारतीय सम्मेलन और जी—20 बैठक की मेजबानी का सौभाग्य प्राप्त कर चुका है। इंदौर के नमकीन, सराफा और 56 दुकान के चाट की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्बोधन में की थी। प्रदेश में महानगर बनने को आतुर नगर इस बार मतदान का रिकॉर्ड बनाएगा। पिछले तीन नगर निगम चुनाव के मतदान प्रतिशत को देखें तो औसत 60 प्रतिशत मतदान हुआ है। निगम चुनाव में विधानसभा क्षेत्र अनुसार भी मतदान प्रतिशत 60 के करीब रहा है।
वोट डालने वालों को फ्री में पोहे-जलेबी
मतदान में नंबर वन बनाने के लिए ‘ऑफर’ भी दिए जा रहे हैं इंदौर में 56 दुकान वालों ने भी मतदान करने वालों को अपनी तरफ से तोहफा देने की तैयारी की है। मतदान वाले दिन सुबह 9 बजे तक उन लोगों को पोहे-जलेबी फ्री दिए जाएंगे, जो वोट डालकर पहुंचेगा। सुबह 9 के बाद मतदान करने वाले अपनी उंगली दिखाकर दिनभर खाने के बिल पर दस प्रतिशत की छूट पा सकेंगे।
2018 में राऊ में हुआ सर्वाधिक 75 फीसदी मतदान
2019 के लोकसभा चुनाव में इंदौर में मतदान 69.33 प्रतिशत रहा, जो अभी तक का सर्वाधिक मतदान का रिकॉर्ड रहा है। इसी तरह विधानसभा चुनावों के सर्वाधिक मतदान का रिकॉर्ड राऊ में 2018 और इंदौर-3 में वर्ष 2003 में 71.81 प्रतिशत मतदान का रिकॉर्ड है। राऊ विधानसभा में करीब 75 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो एक रिकॉर्ड है। बाकी इंदौर की विधानसभाओं में मतदान 65 प्रतिशत या उससे ज्यादा ही रहा। जाहिर है थोड़ा प्रयास किया जाए तो इंदौर मतदान में भी प्रदेश में एक रिकॉर्ड बना सकता है। इंदौर की एक पहल और इच्छाशक्ति को प्रदेश के और क्षेत्रों को अनुसरण करना चाहिए ताकि मतदान अधिक से अधिक किया जा सके।