
एमपी कांग्रेस कार्यालय
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लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को मिली बड़ी हार के बाद पार्टी में लगातार मंथन चल रहा है। पार्टी के हार के मुख्य कारण और पार्टी में रहकर दगाबाजी करने वाले पार्टी कार्यकर्ता और नेताओं की रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसे सोमवार की बैठक में पेश किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ी सर्जरी करने की तैयारी चल रही है। अब कांग्रेस में काम नहीं करने वालों नेताओं और कार्यकर्ताओं को साइड लाइन किया जाएगा। जबकि अच्छा काम करने वालों की जिम्मेदारी बढ़ेगी। बैठक में चुनाव में काम नहीं करने वाले लोगों को बताया जाएगा कि उनकी किस गलती के कारण पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है।
आला कमान से मिले निर्देश के आधार पर बनाएंगे आगे की रणनीति
कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी दिल्ली में हुई बैठक में आलाकमान द्वारा दिए गए निर्देश के आधार रणनीति तैयार करेंगे और आगे की कार्य योजना तैयार करेंगे। बैठक में पार्टी के काम को लेकर गंभीरता न बरतने वाले नेताओं को साइड लाइन किए जाने और नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपने पर भी निर्णय हो सकता है।
बैठक में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस प्रत्याशियों से यह भी जानकारी ली जाएगी कि आखिर किन कारणों से पार्टी हारी। स्थानीय स्तर पर और प्रदेश स्तर पर सहयोग और असहयोग की स्थिति कहां रही। बाला बच्चन की अध्यक्षता में बनी नौ सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट भी पेश होगी, जिसमें चुनाव संबंधी गतिविधियों को लेकर जानकारी जुटाने टीम बनाई गई थी। इस कमेटी में बाला बच्चन के अलावा सोहन लाल वाल्मीकि, फूल सिंह बरैया, झूमा सोलंकी, नारायण, प्रदीप अहिरवार समेत नौ लोग शामिल हैं।
युवक कांग्रेस की भी होगी बैठक
सोमवार को ही यूथ कांग्रेस यह अध्यक्ष मितेंद्र सिंह ने पदाधिकारी की बैठक बुलाई। वे भी चुनाव में हार की समीक्षा करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह की मौजूदगी में जिलों के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक में आगामी कार्य योजना के आधार पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपने के साथ काम नहीं करने वालों के नाम सार्वजनिक किए जा सकते हैं। साथ ही उन्हें एक और मौका देकर पार्टी कामों में सक्रिय होने का मौका दिया जा सकता है।
पार्टी नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयान पर करेंगे मंथन
मध्य प्रदेश में मिली बड़ी हार के बाद जहां बीजेपी कांग्रेस पर लगातार हमले कर रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता भी अपने ही पार्टी को घेरने में कमी नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ दिन पहले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर जिम्मेदारी तय करने की बात कह चुके हैं।
अजय सिंह ने कहा है कि जब उनके नेता प्रतिपक्ष रहते पार्टी का परफार्मेंस कमजोर रहा था तो उन्होंने इस्तीफा दिया था। अब इतनी बुरी हार मिली है तो जिम्मेदारी तय होना चाहिए। केंद्रीय नेतृत्व को इस पर फैसला करना चाहिए। उधर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा है कि जीतू पटवारी को अभी छह माह का ही समय मिला है। सबको बैठकर हार के कारणों का विश्लेषण करना होगा और काम बांटकर पार्टी की मजबूती के लिए काम करना होगा।