परिजन शवों के अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं
मुरैना जिले के खूंखार डकैत रहे पान सिंह तोमर के भिड़ोसा गांव से सटा लेपा गांव में शुक्रवार सुबह हुए खूनी संघर्ष में एक ही परिवार के छह लोगों को गोलियों से भून दिया गया। गांव के इन दोनों परिवारों के बीच 10 साल पुरानी रंजिस चली आ रही है। घटना में छह लोगों की मौत हो जाने के बाद गांव छावनी में तब्दील है और परिजन मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार नहीं हैं। इसलिए गांव में पूरी रात शवों के पास पुलिस के बड़े अधिकारी तैनात रहे।
गांव वाले और परिजनों की मांग है कि जिन लोगों ने परिवार की हत्या की है, उनकी जल्द से जल्द गिरफ़्तारी की जाए एवं उनके मकानों पर बुलडोजर चलाया जाए। साथ ही परिजनों की मांग है कि घटना में अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण से लेकर पढ़ाई-लिखाई का जिम्मेदारी सरकार उठाए। गांव में परिजनों ने मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। रात भर पुलिस के अधिकारी परिजनों को मनाते रहे, लेकिन उसके बाद भी उन्होंने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। पुलिस को डर है कि कही गांव में उपद्रव जैसी स्थित न बन जाए।
बता दें, शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे गांव में पुरानी रंजिश के चलते दो परिवारों में विवाद हुआ और उसके बाद एक पक्ष के परिवार वालों ने दूसरे पक्ष के परिवार में छह लोगों को गोलियों से भून दिया, जिसमें तीन महिला और तीन पुरुषों की मौत हो गई है और अभी दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका ग्वालियर में इलाज जारी है। यह खूनी घटना पूरे मध्यप्रदेश में आग की तरह फैल गई है।
इस गोलीकांड में गजेंद्र सिंह तोमर (65) उसके दो बेटे संजू सिंह तोमर (40), सत्यप्रकाश तोमर (36) और तीन बहुएं बबली पत्नी नरेंद्र सिंह, मधु पत्नी सुनील सिंह, केशकुमारी पत्नी वीरेंद्र सिंह की मौत हो गई। दो बेटे वीरेंद्र तोमर, नरेंद्र तोमर और परिवार का विनोद तोमर घायल हो गए।