खतरनाक एमपॉक्स यानी मंकीपॉक्स अफ्रीका के बाद भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में दस्तक दे चुका है। इसे लेकर हमारे देश के भीतर चिंता बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मंकीपॉक्स प्रकोप को इंटरनेशनल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर चुका है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने बताया कि 15 अगस्त को मंकीपॉक्स पर आपातकालीन समिति ने बैठक की। इस दौरान बताया गया कि 12 से अधिक देशों में बच्चों और वयस्कों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हुई है। वायरस का एक नया स्वरूप फैल रहा है। साथ ही, महाद्वीप में टीके की खुराकें बहुत कम उपलब्ध हैं।
वैश्विक स्तर पर एमपॉक्स को लेकर मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारत सरकार भी पूरी तरह से अलर्ट है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मंकीपॉक्स को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके तहत, इमरजेंसी वार्ड बनाने और हवाई अड्डों पर सतर्कता बढ़ाने जैसे एहतियाती कदम उठाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने अस्पतालों को रैशेज वाले मरीजों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं। उनके लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार करने को कहा गया है। दिल्ली में 3 नोडल अस्पताल (सफदरजंग, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और राम मनोहर लोहिया अस्पताल) को इसके लिए चिह्नित किया गया है।
एयरपोर्ट पर सावधानी बरतने के निर्देश
रिपोर्ट के मुताबिक, संदिग्ध मरीजों की आरटी-पीसीआर और नेजल स्वैब जांच की जाएगी। साथ ही, एयरपोर्ट पर आवश्यक सावधानी बरतने के लिए सतर्क कर दिया गया है। वहीं, कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने अन्य देशों में सामने आए मंकीपॉक्स के मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर मुंबई हवाई अड्डे पर सख्त परीक्षण और पृथकवास नियमों को लागू करने की मांग की। उन्होंने सरकार से भारत में इसके प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाने की अपील की। चव्हाण ने एक्स पर कहा, ‘मंकीपॉक्स हमारे पड़ोस तक पहुंच गया है। हमें कार्रवाई करनी होगी। मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ऐसे देशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर सख्त परीक्षण और पृथकवास नियमों को लागू करने की मांग की है, जहां मंकीपॉक्स संक्रमण का अधिक खतरा है।’
अफ्रीका में गंभीर हो रहे एमपॉक्स के हालात
बता दें कि अफ्रीका सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने हाल ही में घोषणा की थी कि मंकीपॉक्स प्रकोप सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति है। इसमें 500 से अधिक मौतें हुई हैं। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद का आह्वान किया गया। वहीं, पाकिस्तान में अब तक एमपॉक्स वायरस के कम से कम 3 मरीज पाए गए हैं। सरकार ने इस बीच हवाई अड्डों पर जांच प्रणाली को मजबूत करने का फैसला किया है। पाकिस्तान में एमपॉक्स के मिले मामले एशिया में इस रोग की दस्तक है और यह अधिक आसानी से फैल सकता है। तीनों मरीज उत्तर-पश्चिम में स्थित खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के हैं, जो अफगानिस्तान की सीमा से लगा उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ये मरीज एमपॉक्स के किस स्वरूप से पीड़ित है। क्या यह वही स्वरूप है जिसकी पुष्टि सबसे पहले अफ्रीका के बाहर स्वीडन में हुई थी।